नई दिल्ली। पिछले साल इंग्लैंड में आयोजित हुए आईसीसी महिला वर्ल्डकप में भारतीय टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया और खिताबी मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड के हाथों 9 रनों से हार गई। हालांकि इससे पहले टीम ने अपने हर मुकाबले में कमाल का प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल की बात करें तो भारत की विस्फोटक बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने 171 रनों की तूफानी पारी खेलकर भारत को फाइनल में पहुंचाया था।
जिसके बाद कौर की प्रतिभा को देखते हुए पंजाब पुलिस ने पिछले साल जुलाई में हरमनप्रीत को डीएसपी के पद की पेशकश की थी।
तीन साल पहले हरमनप्रीत को खेल कोटा के तहत वेस्टर्न रेलवे में नौकरी मिली थी। इसके तहत रेलवे के साथ हरमनप्रीत ने पांच साल के बॉन्ड पर साइन किया था। हरमनप्रीत अब रेलवे की नौकरी छोड़ पंजाब पुलिस को ज्वॉइन करना चाहती हैं, लेकिन वेस्टर्न रेलवे उन्हें इसकी इजाजत नहीं दे रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए हरमनप्रीत ने कहा- "मुझे पिछले पांच महीने से सैलरी नहीं मिली है, रेलवे अधिकारी मेरा इस्तीफा भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं।" यही नहीं हरमनप्रीत कौर ने आरोप लगाया है कि रेलवे अधिकारी उनसे इस्तीफा स्वीकार करने के लिए 27 लाख रुपयों की मांग कर रहे हैं। हरमनप्रीत ने बताया कि वेस्टर्न रेलवे के साथ उनका पांच साल तक काम करना था, लेकिन उन्होंने अभी तीन साल ही काम किया है।
हालांकि हरमनप्रीत के पक्ष में खुद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह खड़े हैं। अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर कहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार किया। उन्होंने लिखा कि हरमनप्रीत किसी प्राइवेट जॉब के लिए रेलवे की नौकरी नहीं छोड़ रही हैं। हालांकि इस मामले पर अंतिम फैसला अभी रेलवे बोर्ड को लेना है।