नई दिल्ली। महिला क्रिकेट टीम में कोच रमेश पवार पर बवाल अभी भी जारी है। महिला टी-20 क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना ने बीसीसीआई को लेटर लिखकर नई मुश्किलें खड़ी कर दी है। बीसीसीआई ने भले ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए आवेदन मंगाए है, लेकिन हरमनप्रीत और मंधाना ने आगामी वर्ल्ड टी-20 और न्यूजीलैंड दौर के लिए रमेश पवार को कोच के रूप में वापस बुलाने के लिए कहा है, जिनकी बीसीसीआई ने पिछले सप्ताह उनके अनुबंध खत्म होने के साथ उनकी छुट्टी कर दी थी।
हरमनप्रीत ने लेटर लिखकर स्पष्ट किया है कि वेस्टइंडीज में खत्म हुई विश्व टी-20 के सेमीफाइनल के प्लेइंग इलेवन मे मिताली राज को बाहर रखने की चूक के पीछे सिर्फ कोच पवार ही जिम्मेदार नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह टीम प्रबंधन का फैसला था।
बीसीसीआई ने कोच पद के लिए नए आवेदनों को आमंत्रित करने का निर्णय स्पष्ट है कि पवार को इस पद के लिए फिर से आवेदन करना होगा। टी-20 की कप्तान और उपकप्तान दोनों ने लिखा है कि टीम में खिलाड़ियों के दृष्टिकोण को बदलने में पवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सेमीफाइल में मिताली को बाहर बिठाना पूरे टीम मैनेजमेंट का फैसला था।
बीसीसीआई को लिखे अपने लेटर में हरमनप्रीत ने कहा, 'टी20 कप्तान और एकदिवसीय उप कप्तान के रूप में मैं आपसे अपील करती हूं कि पवार को हमारी टीम के कोच के रूप में आगे भी बरकार रहने की अनुमति दी जाए। अगले टी20 विश्व कप में बामुश्किल 15 महीने और न्यूजीलैंड दौरे पर जाने के लिए एक महीना है। एक टीम के रूप में वे जिस तरह हमारे अंदर बदलाव लाए हैं उसे देखते हुए मुझे उन्हें बदलने का कोई कारण नजर नहीं आता।'
वहीं, स्मृति मंधाना ने भी कहा कि कोच पवार की वजह से टीम में खिलाड़ियों को नया आत्मविश्वास मिला है और उन्हीं की वजह से टीम लगातार 14 टी-20 मैच जीतने में सफल रही है।