संजय मांजरेकर को है अपने बयान पर दुख, मांगी माफी
संजय मांजरेकर ने ईसपीएन के साथ बात करते हुए इस घटना पर दुख जताया है।
उन्होंने कहा कि मेरा बयान गलत था, मैंने गलत टिप्पणी की जिसका मुझे खेद है।
मांजरेकर ने कहा,' ईडन गार्डन्स में की गई मेरी उस टिप्पणी पर मुझे खेद है। मैं गलत था, मैंने भावनाओं में बहकर प्रोफेशनल तरीके से व्यव्हार नहीं किया। यह कुछ ऐसा है जिसका मुझे अफसोस है। मुझे सबसे ज्यादा इस बात का अफसोस है कि मैंने अपनी भावनाओं को खुद पर हावी होने दिया।'
संजय मांजरेकर ने माना वह उस वक्त अनप्रोफेशनल हो गये थे और भावनाओं में बह गये थे।
उन्होंने कहा,' यह मेरे लिये अनप्रोफेशनल होने से ज्यादा अशोभनीय था इसलिये मैंने सबसे पहले शो के निर्माताओं से माफी मांगी, क्योंकि मैं गलत था। जिन लोगों ने मेरी किताब पढ़ी होगी वो जानते होंगे कि मैनें हमेशा अच्छे कॉमेंटेटर्स की वकालत की है फिर चाहे उन्होंने क्रिकेट खेला हो या नहीं।'
आखिर क्या था विवााद?
ईडन गार्डन्स के मैदान पर डे-नाइट टेस्ट मैच के तीसरे दिन हर्षा भोगले और संजय मांजरेकर पिंक बॉल के नेचर को लेकर बात कर रहे थे। तभी हर्षा भोगले ने कहा कि पिंक बॉल के नेचर और डे-नाइट टेस्ट मैच में इसे देखने को लेकर होने वाले अनुभव के बारे में खिलाड़ियों से बेहतर कोई नहीं बता सकता।
इस पर मांजरेकर ने कहा मुझे नही लगता कि विजिबिलटी कोई परेशानी का कारण हो सकती है। इस पर भोगले ने कहा कि यह बात भी खिलाड़ियों से बेहतर कोई नहीं बता सकता।
भोगले की यह बात सुनकर मांजरेकर ने अपना आपा खो दिया और कहा कि खिलाड़ियों से पूछने की जरूरत आपको है क्योंकि आपने कभी भी कोई मैच नहीं खेला है। मांजरेकर के इस कॉमेंट के बाद क्रिकेट जगत में हर ओर उनकी आलोचना हुई, हालांकि उन्होंने उसे लेकर तब कोई माफी नहीं मांगी।
हर्षा-भोगले और संजय मांजरेकर के बीच कुछ ऐसी हुई थी बातचीत
तीसरे दिन का मैच खत्म होने के बात दोनों कॉमेंटेटर मैदान पर पोस्ट मैच रिव्यू कर रहे थे इस दौरान हर्षा भोगले ने कहा,' खेल खत्म हो गया है और इस गेम पर पोस्टमार्टम किया गया है लेकिन इस गेम का पोस्टमार्टम होना चाहिए। इस मैच में सफेद वाइड स्क्रीन के चलते विजिबिलिटी खिलाड़ियों के लिये परेशानी का बड़ा कारण बन सकती है।'
इस पर मांजरेकर ने कहा,' मुझे नहीं लगता कि विजिबिलटी कोई समस्या रही है, क्योंकि जब आप स्लिप में खड़े खिलाड़ियों के कैच देखें तो बिल्कुल नहीं लगता कि उन्हें कोई भी परेशानी हुई होगी।'
तभी भोगले ने कहा,' हमें इस बारे में खिलाड़ियों की राय जानने की जरूरत है।' तभी मांजरेकर ने भोगले की बात को बीच में काटते हुए कहा,' आपको पूछने की जरूरत है, आप पूछिये, जिन लोगों ने क्रिकेट खेला है यह उनके लिये बिल्कुल साफ नजर आ रहा है।'
आपको बता दें कि हर्षा भोगले हमेशा से कॉमेंटेटर रहे हैं जबकि संजय मांजरेकर ने 1987 से 1996 के बीच भारत के लिये 37 टेस्ट मैचों में शिरकत की है।