साहा को बाहर करने पर बिफरे भोगले-
साहा को दुनिया के सबसे अच्छे विकेटकीपरों में एक गिना जाता है और उनका बाहर होना क्रिकेट विश्लेषक हर्षा भोगले को बिल्कुल भी रास नहीं आया है। उन्होंने इस पर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा-
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'भारत ने दिया गलत संदेश'
"बस उठा और देखा की साहा बाहर है। हमने भारत के प्रत्येक युवा कीपर ये संदेश दे दिया है कि स्टंप के पीछे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनने की जरूरत नहीं है इसके बजाय उनको बस कुछ रन बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है। मैं निराश हूं, "उन्होंने ट्वीट किया।
भोगले ने साथ मशहूर गायिका श्रेया घोषाल का उदाहरण देते हुए कोहली एंड मैनेजमेंट पर तंज भी कसा कि- एक बड़ा कंसर्ट हो रहा है और श्रेया घोषाल को मैं इसलिए बाहर होते हुए देख रहा हूं क्योंकि दूसरी लड़की गिटार को थोड़ा बेहतर बजा सकती है।
पंत के लिए कही ये बात-
हालांकि भोगले ने यह भी साफ किया कि उनकी टिप्पणी पंत के खिलाफ नहीं है और कहा: "मुझे गलत मत समझो। यह पंत के बारे में नहीं है। जरा सोचिए कि टेस्ट मैचों में आप अपने सर्वश्रेष्ठ पांच बल्लेबाजों, सर्वश्रेष्ठ चार गेंदबाजों, सर्वश्रेष्ठ कीप को चुनते हैं और नंबर छह के लिए हो सके तो दूसरे दर्जे पर आने वाली स्किल के बारे में सोचते हैं , अगर ऐसा है तो। मुझे उम्मीद है कि वह (पंत) अच्छा प्रदर्शन करेंगे क्योंकि वह एक प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं लेकिन साहा के लिए बुरा लगा। "
इस बात के लिए टीम की तारीफ की-
इसी बीच भोगले ने टीम में आर अश्विन के चयन की प्रशंसा की और कहा: "अश्विन को टीम में देखना अच्छा है। वह भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। और अद्भुत है कि ईशांत फिट है यह मैदान में जाने के लिए अच्छा है। वह लंबे गेंदबाजी करने की अपनी क्षमता के साथ इस गेंदबाजी आक्रमण का एक प्रमुख हिस्सा हैं। "
भारत की हालत खराब-
इस बीच भारतीय टीम की हालत खराब है और अब उसे टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी का सहारा है। पहले दिन का खेल रुकने तक भारतीय टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 122 रन बना लिये हैं। इस बीच मैदान पर अजिंक्य रहाणे (38) और ऋषभ पंत (10) रन बनाकर खेल रहे हैं। भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे एक छोर पर 38 रन बनाकर खेल रहे हैं, इस दौरान उन्होंने 122 गेंदों का सामना किया है और 4 चौके भी लगाये हैं। वहीं रहाणे के अलावा अगर कोई बल्लेबाज है जो कीवी गेंदबाजों के सामने टिक सका है तो वो है मयंक अग्रवाल। मयंक अग्रवाल ने 84 गेंदों का सामना किया और 34 रनों की पारी खेली। भारतीय टीम ने यह स्कोर चाय काल तक बनाया था लेकिन बारिश के चलते खिलाड़ी मैदान पर वापिस नहीं उतर सके।