नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के साथ हो रहे टेस्ट मैचों की श्रृंखला में टीम की घोषणा के साथ ही रोहित शर्मा की बहुप्रतीक्षित एंट्री हुई थी। पहले टेस्ट मैच में बतौर ओपनर शर्मा ने पहली पारी खेलते हुये शानदार शतक लगाया है। वैसे तो शर्मा हिट मैन की ख्याति लिए हुए हैं जिन्हें विस्फोटक बल्लेबाज माना जाता है। लेकिन शर्मा का यह शतक टेस्ट मैच की तासीर वाला है जिसमें धैर्य और विवेक का मिश्रण दिखा है। 154 गेंदों पर उन्होंने अपने 100 रन पूरे किये लेकिन इस दौरान अपनी आक्रामकता को भी बनाए रखा है जो उनकी मूल ताकत है। अपने इस शतक में रोहित ने 10 चौके और 4 छक्के लगाए हैं। महान खिलाड़ी वी वी एस लक्ष्मण ने भी रोहित को अपने नैसर्गिक खेल से छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दी थी।
रोहित के इस खूबसूरत शतक के साथ ही अब ऐसी बातें उठना लाज़मी ही है कि टेस्ट मैच में क्या अब वह इस स्लॉट पर फिक्स हो गए हैं। दरअसल, विराट कोहली ने अपने हालिया बयान में रोहित की जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि रोहित एक बार लय हासिल करने के बाद खेल का रुख पूरी तरह बदल देते हैं हालाँकि टीम रोहित से किसी खास तरह की बल्लेबाजी की अपेक्षा नहीं कर रही है। यह रोहित के लय हासिल करने की बात है। इसमें कोई शक नहीं है कि उनके पास खेल का रुख मोड़ देने की क्षमता है, जैसा कि वीरेंद्र सहवाग ने लंबे समय तक टीम के लिए किया है।
लेकिन सबसे बड़ी बात विराट कोहली का यह कहना था कि हमारे सामने टेस्ट चैंपियनशिप भी है और ऐसे में रोहित लंबे समय के लिए हमारी टेस्ट टीम की योजनाओं में हैं इसलिए उन्हें लय हासिल करने का मौका मिलेगा जैसा कि वो चाहते भी हैं। रोहित खुद भी इस प्रारूप में अपनी जगह फिक्स करने के लिए काफी जद्दोजहद कर रहे थे। अब टीम में बतौर ओपनर चुने जाने के बाद अपनी पहली ही पारी में लगाए गए इस शतक से इस प्रारूप में भी सफल होने का आत्मविश्वास रोहित में आया होगा। वैसे तो रोहित टेस्ट मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर चुके हैं और शुरुआत के मैचों में उनका प्रदर्शन भी ऐसा ही शानदार रहा है। शुरुआत के दो मैचों में उन्होंने शानदार शतक लगाया था। डेब्यू मैच में भारत की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने में वह दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने वेस्ट-इंडीज के खिलाफ 177 रनों की पारी खेली थी। शिखर धवन पहले स्थान पर हैं जिन्होंने 187 रन बनाये हैं। लेकिन बाद के टेस्ट मैचों में मिले मौकों पर उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही थी। वे टीम से अंदर-बाहर होते रहे।
चूँकि अब टीम में मध्यक्रम का स्थान अपेक्षाकृत बेहतर है और इस स्थान के लिए फिलहाल कोई स्थान दिख नहीं रहा है तो ऐसे में बतौर ओपनर शामिल रोहित ने मिले मौके पर अपने पहले ही मैच में शानदार प्रदर्शन किया है। वैसे वह टेस्ट टीम में भी ओपन करने की इच्छा जता चुके थे। फिर अब वह टीम की योजनाओं का हिस्सा भी हैं इसलिए ऐसा लग रहा है कि रोहित ने टेस्ट मैचों के लिए मिले अपने स्लॉट को बुक कर लिया है। अब वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता भी रखेंगे।