नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी एंडिल फिलक्वायो पर नस्लीय टिप्पणी करने के बाद बैन झेल रहे सरफराज अहमद ने बड़ी बात कही है। दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे सरफराज ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी उन्होंने कहा कि 'यह गलती थी और मैंने इससे सीख ली है।'' आईसीसी (ICC) ने ऑलराउंडर एंडिल फिलक्वायो के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी के लिए सरफराज पर चार मैचों का प्रतिबंध लगाया है जिसके बाद वह पाकिस्तान लौट आए।
आईसीसी के इस फैसले बाद पीसीबी ने नाराजगी जताई है। बोर्ड के समर्थन पर सरफराज ने पीसीबी का शुक्रिया अदा किया है। पीसीबी इस मामले से जैसे निपटा मैं उसके लिए उनका शुक्रगुजार हूं। मैं चार मैचों के लिए प्रतिबंध लगाने के आईसीसी के फैसले को स्वीकार करता हूं और मेरे लिए यह मुद्दा खत्म हो गया है, लेकिन पीसीबी मुझसे जो भी कहेगा मैं वह करूंगा।''
क्या था मामला: बता दें कि कई जगह यह वीडियो डिलीट किया जा चुका है तो कुछ जगह पर वीडियो में आवाज सुनी जा सकती है। इसमें सरफराज को उर्दू में बोलते हुए सुना जा सकता है। सरफराज ने यह शर्मनाक शब्द तब बोले तो जब दक्षिण अफ्रीका की पारी का 37वां ओवर चल रहा था। तेज गेंदबाज शाहिन आफरीदी यह ओवर डाल रहे थे। ओवर की तीसरी गेंद पर फिलक्वायो के रन लेते के दौरान ही सरफराज ने यह बात बोली। सरफराज को यह कहते हुए सुना गया- 'अबे काले! तेरी अम्मी आज कहां बैठी हुई है? क्या परवा के आया है आज?'
सरफराज ने मांगी थी माफी: सरफराज ने माफी मांगते हुए कहा था कि झुंझलाहट में की गई मेरी टिप्पणी के चलते अगर किसी को कोई ठेस पहुंची हैं तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। इसके साथ ही सरफराज ने माना की उन्होंने जो भी कुछ कहा वो स्टंप माइक ने पकड़ लिया था। सरफराज ने कहा, 'मेरे शब्द किसी खास इंसान के लिए नहीं थे और मेरी किसी को ठेस पहुंचाने की भी कोई मंशा नहीं थी। यहां तक भी मैंने किसी को सुनाने के लिए भी यह बात नहीं बोली थी।' इस माफीनामे के बाद भी आईसीसी की ओर से मामले की जांच शुरू की गई थी।