खुद को ऑलराउंडर साबित करने के लिए दोनों काम करने होंगे
कपिल देव ने कहा कि हार्दिक पांड्या को चोट से बाहर आना होगा और एक बार फिर से गेंदबाजी शुरू करनी होगी। 1983 विश्व कप विजेता कप्तान ने स्वीकार किया कि पांड्या भारतीय पक्ष के लिए बल्ले से महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अभी तक एक गेंदबाज के रूप में खुद को साबित नहीं किया है। कपिल देव ने रॉयल कलकत्ता गोल्फ कोर्स में बोलते हुए कहा, "उन्हें खुद को ऑलराउंडर साबित करने के लिए दोनों काम करने होंगे। वह गेंदबाजी नहीं कर रहा है तो क्या हम उसे हरफनमौला कह सकते हैं? उसे गेंदबाजी करने दो, वह चोट से बाहर आ गया है। वह देश के लिए एक बहुत अहम बल्लेबाज है। उसे गेंदबाजी करने का माैका दें। उसा प्रदर्शन देखेंगे फिर हम आगे की बात कहेंगे।"
द्रविड़ एक कोच के रूप में बेहतर काम करेंगे
कपिल देव ने यह भी कहा कि भारत के नए मुख्य कोच राहुल द्रविड़ एक खिलाड़ी की तुलना में एक कोच के रूप में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, लोगों को पता चलेगा कि एक कोच के रूप में द्रविड़ कितने अच्छे हैं। कपिल ने कहा, "वह एक अच्छा इंसान है, साथ में एक अच्छा क्रिकेटर रहा है। वह एक क्रिकेटर के रूप में एक कोच के रूप में बेहतर काम करेंगे क्योंकि क्रिकेट में उनसे बेहतर किसी ने नहीं किया है। आप किसी एक को उसके डेब्यू के बाद जज नहीं कर सकते, आप एक परफॉर्मेंस से नहीं चलते। आने वाले समय में राहुल क्या करेंगे, यह हमें पता चल जाएगा। आपको सिर्फ सही सोच रखनी होगी।"
जडेजा आधुनिक युग के पसंदीदा ऑलराउंडर
कपिल देव ने यह भी खुलासा किया कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा आधुनिक युग के उनके पसंदीदा ऑलराउंडर हैं। उन्होंने कहा, "मैं कहूंगा कि अश्विन को सलाम है। जडेजा तो बहुत शानदार क्रिकेटर हैं। उन्होंने एक बल्लेबाज के रूप में सुधार किया और एक गेंदबाज के रूप में भी छाए।" इसके अलावा कपिल ने श्रेयस अय्यर की भी प्रशंसा की जिसने अपने डेब्यू टेस्ट में शतकीय पारी खेली। कपिल ने कहा, 'जब कोई युवा खिलाड़ी डेब्यू मैच में शतक पूरा करता है तो इसका मतलब है कि वो सही दिशा में जा रहा है। हमें उनके जैसे क्रिकेटरों की जरूरत है। उसने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए करीब चार-पांच साल इंतजार किया है। अंत में उन्हें एक मौका मिला और वे उड़ते हुए रंगों के साथ सामने आए।"