मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैच उनकी वजह से हारे
हसन अली का प्रदर्शन खराब रहा। उन्होंने 4 ओवर 44 रन दिए जिससे कंगारू टीम लक्ष्य के करीब गई। फिर 19वें ओवर में अली ने कैच छोड़ा तो मैथ्यू वेड ने मिले जीवनदार का फायदा उठाकर शाहीन अफरीदी को लगातार 3 तीन छक्के लगाकर मैच खत्म कर दिया। बाबर ने हसन अली का समर्थन करते हुए कहा कि टीम उनका समर्थन करती रहेगी क्योंकि वह उनके खतरनाक गेंदबाजों में से एक है। बाबर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैच उनकी वजह से हारे। वह हमारे मुख्य गेंदबाज हैं और उन्होंने पाकिस्तान के लिए कई मैच जीते हैं। खिलाड़ी कभी-कभी ड्रॉप कैच करते हैं। वह आलोचनाओं का सामना कर रहा है, लेकिन मैं उसका समर्थन करता रहूंगा। हर खिलाड़ी हर खेल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता। कुछ लोग जो अच्छे दिन बिता रहे हैं, वे इसका अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश करते हैं और अच्छे प्रदर्शन के साथ आते हैं।"
कप्तान के रूप में खुश हूं
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर वो कैच हो जाता तो शादम नतीजा कुछ और होता। बाबर ने कहा, ''मुझे लगा कि हमने पहली पारी में जितने रन बनाने का सोचा था, हमने उतने ही रन बना पाए। मुझे लगता है कि हम ऐसी टीमों को बैक एंड में मौका देते हैं तो फिर महंगा पड़ना ही है। कैच छूटना टर्निंग पॉइंट था। अगर हम इस कैच को ले लेते तो नजारा कुछ और हो सकता था। जिस तरह से हमने पूरे टूर्नामेंट को खेला, मैं एक कप्तान के रूप में खुश हूं। उम्मीद है कि हम अगले टूर्नामेंट के लिए इससे सीखेंगे।''
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चोपड़ा ने भी किया अली का समर्थन
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी हसन अली का समर्थन किया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने मैच जीता क्योंकि वे बेहतर टीम थे। चोपड़ा ने लिखा, "अच्छा खेला पाक आपको अपने अभियान पर बेहद गर्व होना चाहिए। लेकिन पाकिस्तान के लोगों को यह भी याद रखना चाहिए कि कोई जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता। यह रात की बेहतर टीम है जो मैच जीतती है। जिस चीज को ठीक करने की जरूरत है वह है आपकी मानसिकता।" हसन अली का विश्व कप में खराब प्रदर्शन रहा क्योंकि उन्होने 6 मैचों में 9 की इकॉनमी रेट से पांच विकेट लिए, जो पाकिस्तान के सभी गेंदबाजों में सबसे खराब था। बता दें कि पाकिस्तान ने 176 रन बनाए थे। जवाब में कंगारू टीम ने एक ओवर रहते मैच अपने नाम कर लिया।