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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने घोषित की दशक की बेस्ट ODI टीम, धोनी को मिली कमान

नई दिल्ली: दशक बीतने के साथ बीत 10 साल की सर्वश्रेष्ठ टीम बनाने का दौर भी शुरू हो गया है। इसमें कोई शक नहीं कि इस दशक में टेस्ट की तुलना में वनडे और टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता का ज्यादा बोलबाला रहा और इस प्रारूप में कुछ ऐसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन रहा जो बेमिसाल थे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दशक की अपने टेस्ट टीम चुनने के बाद वनडे टीम का भी ऐलान कर दिया है जिसका कप्तान और कोई नहीं बल्कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं। इस टीम में जगह पाने वाले खिलाड़ियों का रिकॉर्ड बीते 10 साल में लाजवाब रहा। आइए नजर डालते हैं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की दशक की ODI टीम पर-

ओपनर- रोहित शर्मा

ओपनर- रोहित शर्मा

रोहित ने इस दशक में ODI क्रिकेट के आयाम ही बदलकर रख दिए। उन्होंने गेंदबाजों के पीटने के बच्चों का खेल बना दिया। शुरुआत में रोहित विदेशों में नई गेंद का सामना करने के लिए संघर्ष करते थे। साल 2011 से 2013 तक उन्होंने खुद को समझने में वक्त लिया लेकिन उसके बाद पिछले 6 साल से उन्होंने अलग ही स्तर का खेल दिखाया है। रोहित ने इसी बीच विश्व कप में 6 शतक जड़कर सचिन तेंदुलकर की बराबरी की है और उनके पांच शतक तो 2019 विश्व कप में आए थे।

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रोहित की बैटिंग ने वनडे क्रिकेट में तूफान अंदाज के साथ नई नजाकत पेश की। रोहित ने इस दौरान 180 मैचों में 8 हजार 249 रन बनाए जिसमें उनका औसत 90.63 रहा और स्ट्राइक रेट 90 से ऊपर रहा। उनका उच्चतम स्कोर 264 रहा जिसमें 28 शतक और 39 अर्धशतक शामिल रहे।

दूसरे ओपनर के तौर पर हाशिम अमला

दूसरे ओपनर के तौर पर हाशिम अमला

दूसरे ओपनर के तौर पर हाशिम अमला को जगह दी गई है। अमला ने हाल में ही संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने इस दशक में 159 मैचों के दौरान 7265 रनों का योगदान दिया जिसमें उनका औसत 49.76 रहा जबकि स्ट्राइक 90 के करीब रहा। सर्वोच्च स्कोर 159 रहा जिसमें उन्होंने 26 शतक और 33 अर्धशतक लगाए।

इस दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी को वनडे फार्मेट में अपनी शानदार निरंतरता के लिया याद किया जाता है। विश्व कप 2019 के बाद संन्यास लेने वाले एशियाई मूल के दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने वनडे में सबसे तेज 2000, 3000, 4000, 5000, 6000 और 7000 रन बनाए और उन्होंने इसी दशक में ये सब किया। उन्होंने इस दशक में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे अधिक रन बनाए।

विराट कोहली की अगुवाई वाला मीडिल ऑर्डर

विराट कोहली की अगुवाई वाला मीडिल ऑर्डर

जब बात नंबर तीन की हो तो विराट का इस स्थान पर वही मुकाम है जो ओपनर के तौर पर रोहित शर्मा का है। विराट के अलावा इस जगह पर और कोई नहीं हो सकता। उन्होंने इस दशक में 227 मैचों में 11124 रन बनाए जिसमें उनका औसत 60.79 रहा जबकि स्ट्राइक रेट 94.11 और उच्चतम स्कोर 183 रहा। कोहली के बल्ले से इस दशक में 42 शतक निकले जबकि फिफ्टी की संख्या 52 रही।

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कोहली का दशक विश्व कप जीत के साथ शुरू हुआ, जहां उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ शानदार शतक बनाया और फाइनल में भी 35 रन बनाए। 2015 विश्व कप उम्मीद के अनुसार नहीं चला, लेकिन वह 2019 संस्करण में महत्वपूर्ण रन बना रहे थे।

रन बनाने की उनकी अटूट भूख उनके खेल का एक आकर्षक पहलू रही है इस दशक में 10,000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र क्रिकेटर, कोहली ने 61.31 की औसत के साथ 11036 रन बनाए हैं। उन्होंने इस दशक में 42 शतक और 51 अर्धशतक बनाए, जिसमें करियर की सर्वश्रेष्ठ 183 रनों की पारी भी थी, जो 2012 में कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आई थी।

एबी डिविलियर्स

एबी डिविलियर्स

अगर कोहली इस दशक के सबसे महान वनडे बल्लेबाज हैं तो डिविलियर्स इस दशक में क्रिकेट को अपने शॉट्स से बदलने वाले बल्लेबाज रहे हैं। मिस्टर 360 नाम से मशहूर एबी डीविलियर्स ने दुनिया को अपने कारनामों से अवगत कराया। उन्होंने रनों से जिस आतिशबाजी का शुरू किया उसको टी-20 में अब कई खिलाड़ी फॉलो कर रहे हैं। उनकी कप्तानी में, दक्षिण अफ्रीका 2015 में विश्व कप उठाने के बहुत करीब आ गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वे न्यूजीलैंड के साथ सेमीफाइनल में करीबी रूप से हार गए थे।

अपने संन्यास की घोषणा कर चुके इस खिलाड़ी को 2019 विश्व कप खेलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब वे दुनिया भर की टी-20 लीग में खेलते हैं। एबी डिविलियर्स का इस दशक में किसी भी अन्य बल्लेबाज की तुलना में, यहां तक की विराट कोहली से भी बेहतर औसत है। उन्होंने 64.20 की औसत से 6485 रन बनाए, जो 109.76 के स्ट्राइक रेट से आए। उन्होंने 21 शतक और 33 अर्द्धशतक भी जमाए। साथ ही 2015 में इस प्रारूप में 50, 100 और 150 रन भी बनाए।

नंबर 5 पर शाकिब अल हसन

नंबर 5 पर शाकिब अल हसन

बिना किसी शक के शाकिब अल हसन इस दशक के सबसे महान ऑलराउंडर रहे हैं। बांग्लादेशी दिग्गज 3 और 4 नंबर पर बल्लेबाजी करके रन बनाते रहे हैं और जब गेंद के साथ जिम्मेदारी निभाने की बात हुई, तो उनके 10 ओवर किसी और की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण थे। किसी भी ऑलराउंडर को अपने टीम में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के रूप में जगह बनाना मुश्किल है। शाकिब का शानदार दशक 2019 के विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के साथ अंतिम परिणति तक पहुंचा, जहां उन्होंने बल्ले से 606 रन बनाए और गेंद से काफी अच्छा प्रदर्शन किया। शाकिब ने 131 मैचों में 40 की औसत से 4276 रन बनाए। इसमें 50 से ज्यादा बार 40 का स्कोर शामिल हैं। वह इस दशक के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने 177 विकेट लिए, केवल 30 से अधिक की औसत और 4.72 की इकॉनामी के साथ।

6. नए मिस्टर 360 जोस बटलर

6. नए मिस्टर 360 जोस बटलर

बटलर ने एबी डिविलियर्स के संन्यास के बाद उनकी कमी इंटरनेशनल क्रिकेट में महसूस नहीं होने दी है। इसका कारण यह है कि उनकी मैदान के चारो तरफ मारक प्रहार करने की क्षमता। बटकर का औसत इस दौरान अन्य दिग्गजों की तुलना में थोड़ा कमतर मालूम भले ही दिखाई दे लेकिन जिस स्ट्राइक रेट के साथ उन्होंने बैटिंग की है वह पूरी कहानी कह जाती है। बटलर ने इस दशक में 142 मैच खेले जिसमें 3843 रन बनाए और उनका औसत 40.88 का रहा जबकि स्ट्राइक रेट 119.83 का रहा। उन्होंने 150 रनों के उच्चतम स्कोर के साथ 9 शतक और 20 अर्धशतक लगाए।

7. कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी

7. कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी

विराट कोहली की तरह से धोनी के बिना इस दशक के बैटिंग ऑर्डर की कल्पना नहीं की जा सकती। केवल एक बल्लेबाज ही नहीं बल्कि कप्तान के तौर पर भी धोनी इस बैटिंग ऑर्डर का हिस्सा बनने का हक रखते हैं। वे सभी तीन आईसीसी विश्व ट्रॉफी उठाने वाले कप्तान हैं। हालांकि इस दशक में धोनी पहले जैसे मुखर बल्लेबाज नहीं रहे और बाद में एक शिल्पी की भूमिका में उतरते ज्यादा दिखाई दिए लेकिन हर समय मध्यक्रम में उनकी उपस्थिति टीम का बड़ा पॉजिटिव पॉइंट साबित हुई। उन्होंने इस दशक में 196 मैचों में 50.35 की औसत से 5640 रन बनाए और 85 से अधिक की स्ट्राइक-रेट की बैटिंग। उन्होंने इस प्रक्रिया में 4 शतक लगाए और 39 अर्धशतक भी बनाए, जिनमें से अधिकांश उन्होंने नंबर 5 या नीचे पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए।

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8 पर राशिद खान

8 पर राशिद खान

अफगान सनसनी राशिद खान ने अपनी नई टीम को अकेले दम पर मैच जितवाएं हैं। यह लेग स्पिनर ने वन मैन शो के रूप में अफगानिस्तान क्रिकेट की बड़ी अपेक्षाओं को ढोया है। उनका रिकॉर्ड वनडे क्रिकेट में शानदार है जिसमें उन्होंने 71 मैच खेलेत हुए 133 विकेट लिए और 18.54 के औसत के साथ गेंदबाजी की जबकि इकॉनमी रेट शानदार रहा जो कि 4.16 का है।

9. मिशेल स्टार्क

9. मिशेल स्टार्क

मिशेल स्टार्क की बात करें तो दशक की टीम में पहला गेंदबाज चुनते हुए उनका नाम जेहन में सबसे पहले कौंध जाता है। चाहे नई गेंद से बॉलिंग हो या फिर पुरानी गेंद से स्टार्क को रोकना बहुत मुश्किल साबित हुआ है। बाएं हाथ के इस लंबे कद के ऑस्ट्रेलियाई ने 85 मैचों में 172 विकेट केवल 20.99 के औसत से लिए जिसमें उन्होंने सात बार 5 विकेट लिए। इस दौरान उनका इकॉनमी 5 का रहा जो शुरुआती ओवर और स्लॉग ओवरों में गेंदबाजी करने के बावजूद है। स्टॉर्क ने 25 की स्ट्राइक रेट से गेंदबाजी की।

नंबर 10 पर ट्रेंट बोल्ट

नंबर 10 पर ट्रेंट बोल्ट

क्रिकेट प्रेमियों की यह पीढ़ी मिशेल स्टार्क और ट्रेंट बाउल्ट दो शानदार बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के कारनामों को याद करेगी। यह कीवी गेंदबाज जिस वजह से इतना खास बन जाता है वह है अपनी जटिल परिस्थितियों में भी एकदम कूल रहने की उनकी क्षमता। उन्होंने 2019 विश्व कप के फाइनल में न्यूजीलैंड के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण ओवर किए- एक 50वां ओवर था और दूसरा एक सुपरओवर था। 89 मैचों में, उन्होंने 25.06 के औसत से 164 विकेट लिए। सबसे मुश्किल ओवर में गेंदबाजी करने के बावजूद उनकी इकॉनमी रेट 5 के लगभग ही रहा। केवल मलिंगा ने बोल्ट की तुलना में ज्यादा मेडल ओवर फेंके हैं। मलिंगा के 69 मैडन हैं जबकि बोल्ट ने 58 ओवर फेंके हैं।

11. लसिथ मलिंगा

11. लसिथ मलिंगा

सभी तेज गेंदबाजों में, सीमित ओवर क्रिकेट लसिथ मलिंगा के नाम रहा। उन्होंने T20I और ODI में कमाल किया और इस दशक में 200 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज रहे। ऐसा लगता है कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अपना जादुई टच खो दिया था, लेकिन अभी भी वह अपनी टीम के लिए कुछ अच्छे प्रदर्शन के साथ नाम के साथ न्याय कर रहे हैं।

लसिथ मलिंगा 2011 के विश्व कप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर थे, जहां उन्होंने 13 महत्वपूर्ण विकेट लिए थे। यह तेज गेंदबाज दुर्भाग्य से नुवान कुलशेखरा से वह समर्थन नहीं पा सका जो उसको चाहिए था। मलिंगा ने इस सूची में किसी भी अन्य गेंदबाज की तुलना में अधिक मैच खेले हैं। 162 मैचों में, उन्होंने 30 से कुछ नीचे के औसत के साथ 248 विकेट लिए। उन्होंने 5.46 की इकॉनोमी दर निकाली और 8 बार पांच विकेट लिए।

Story first published: Tuesday, December 24, 2019, 10:16 [IST]
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