नई दिल्ली। आईपीएल के इस सीजन में बहुत से उतार चढ़ाव देखने को मिली। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने कई मौकों पर अपनी काबिलियत साबित करते हुए जीत दर्ज की और आखिरी लीग मैच में मुंबई इंडियंस को हराकर प्लेऑफ में धमाकेदार एंट्री की। हैदराबाद की टीम ने पंजाब के खिलाफ मैच में महज 127 रन के लक्ष्य को भी आसानी से बचाया। मैच में हैदराबाद की टीम ने 6 ओवर में 56 रन बिना विकेट गंवाए बना डाले। यही नहीं टीम ने अपने पिछले तीन मैच लगातार जीतकर अपनी क्षमता को साबित किया है।
हैदराबाद की टीम ने बड़ा बदलाव करते हुए जॉनी बेयरस्टो की जगह केन विलियम्सन को टीम को शामिल किया। केन को मध्य क्रम में टीम को मजबूती देने के लिए टीम में शामिल किया गया है लेकिन बेयरस्टो की जगह को कौन भरेगा यह बड़ी चुनौती थी। बेयरस्टो ना सिर्फ सलामी बल्लेबाज थे बल्कि विकेट कीपर भी थे। ऐसे में रिद्धिमान साहा को मौका दिया गया और साहा ने पहले ही मैच में 31 गेंदों पर 30 रनों की अहम पारी खेली। साहा को इस सीजन में देर से टीम में एंट्री मिली लेकिन इस मौके को साहा ने बखूबी भुनाया।
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जिस तरह से साहा ने 45 गेंदों पर 87 रनों की आतिशी पारी खेली उसके बाद उन्होंने साफ कर दिया था कि उन्हें हल्के में लेना ठीक नहीं। इस पारी में साहा ने 12 चौके लगाए और दो छक्के लगाए। उन्होंने दिल्ली के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा की गेंदों का बेहद सहजता से सामना किए और उन्हें पुल लगाए। खुद सचिन तेंदुलकर ने साहा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत ही स्मार्ट बैटिंग की, उन्होंने लेंथ गेंदों पर अच्छे शॉट खेले, उन्होंने देखना जबरदस्त अनुभव था।
साहा की टीम में एंट्री से टीम के कप्तान और सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर पर दबाव कम हुआ और वो खुलकर अपने शॉट खेलने लगे। साहा के टीम में आने के बाद वार्नर का स्ट्राइक रेट 127 से अगले तीन मैचों में बढ़कर 164 हो गया। साहा ने लगातार अच्छा खेल दिखाकर यह साबित किया कि दिल्ली के खिलाफ उनकी पारी तुक्का नहीं थी। आरसीबी के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए साहा ने अपने गियर बदले और 39 गेंदों पर 32 रन बनाए। यही नहीं केकेआर के खिलाफ उन्होंने 58 गेंदों पर 45 रन बनाए और टीम को 10 विकेट से जीत दिलाने में मदद की। साहा का पॉवर प्ले में स्ट्राइक रेट 169.04 का है जोकि वार्नर से भी बेहतर है। वार्नर का पॉवर प्ले में स्ट्राइक रेट 129.59 का है।
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