नई दिल्ली। हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाला भारत के दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने अपने करियर को लेकर खुशी जाहिर की है। 37 साल के कैफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट, 125 वनडे मैच खेले हैं। 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच खेला था। मैदान पर अपनी फील्डिंग के लिए प्रख्यात कैफ कैफ ने 2002 के नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 87 रन की मैच विजयी पारी के लिए काफी मशहूर हुए।'
बेहतरीन पारियों के बावजूद भी टीम में चयन ना होने के सवाल पर कैफ कहते हैं कि,जिस तरह मैंने अपना खेल खेला, उससे मैं खुश हूं। मैंने घर में और बाहर, दोनों जगह भारतीय प्रशंसकों के लिए कुछ विशेष क्षण बनाए। जिस तरह से मैंने अपने करियर का अंत किया, उससे मैं खुश हूं। मैंने जितने समय भी खेला वह एक शानदार युग था।'
उन्होंने कहा, "मैं कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के मार्गदर्शन में खेला जो बाद में दिग्गज बने। जब टीम में काफी ज्यादा मुकाबला होता है तो चयनकर्ताओं के लिए मेरे जैसे युवाओं को मौका देना मुश्किल हो जाता है।"
बता दें कि उन्होंने वनडे में दो शतक और 17 अर्धशतकों की मदद से 2,753 रन बनाए हैं। कैफ का कहना है कि चुनौतियों की तलाश में वह उत्तर प्रदेश की घरेलू क्रिकेट छोड़कर आंध्र गया और फिर छत्तीसगढ़ की टीम से खेलना शुरू किया था।