फैन्स ने कुछ यूं किया ट्रोल, कहा- बैट के लिए काटे जाते हैंं पेड़
कुछ लोगों ने ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने उन्हें खेल पर ध्यान देना चाहिए और इस तरह की विवादास्पद टिप्पणी से बचना चाहिए। एक यूजर ने यह भी कहा कि रोहित के क्रिकेट बैट के लिए भी पेड़ काटे जाते हैं ऐसे में उन्हें क्रिकेट खेलना छोड़ देना चाहिए।
तो स्टील के बैट से खेलेंगे रोहित शर्मा
वहीं एक यूजर ने रोहित के ट्वीट का मजाक उड़ाते हुए लिखा,'पेड़ों की कटाई से रोकने के लिए रोहित भाई अब इको फ्रैंडली बैट का इस्तेमाल करेंगे। इसके लिए अब वो स्टील के बैट का इस्तेमाल करेंगे और लेदर की गेंद की जगह लोहे की गेंद का इस्तेमाल करेंगे ताकि जानवरों की खाल और उनपे होने वाले अत्याचार से रोका जा सके।'
क्रिकेट के लिए बंद करो पानी और पेड़ की बर्बादी
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि लोगों को साफ पानी नहीं मिलता है लेकिन यह जनाब स्वीमिंग पूल में पानी गंदा करते हैं। उन पेड़ों का क्या जो क्रिकेट के सामान के लिए काटे जाते हैं और उस पानी का क्या जो क्रिकेट के मैदान पर बर्बाद होता है।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई है पेड़ों की कटाई पर रोक
गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने 4 अक्टूबर को महाराष्ट्र सरकार को पेड़ों को काटने की इजाजत दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों की कटाई शुरू की। सरकार की योजना तकरीबन 2,600 पेड़ काटने की थी। अब तक 400 से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को हालांकि आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी और राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वह 21 अक्टूबर को होने वाली मामले की अगली सुनावई तक यथावत स्थिति बनाए रखे। शीर्ष अदालत ने हालांकि राज्य सरकार के उस बयान को दर्ज कर लिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब आरे में पेड़ नहीं काटे जाएंगे।