कराची : भारत-न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में हुआ दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच अंतिम गेंद तक रोमांचक रहा। भारत को जीत के लिए सिर्फ एक विकेट की जरूरत थी, लेकिन रचिन रावींद्र (18) और एजाज पटेल (2) की आखिरी विकेट जोड़ी ने मैच ड्रा करवा दिया। हालांकि भारतीय गेंदबाजों ने ही वो दम दिखाया जिन्होंने मैच को रोमांचक बनाया। लेकिन पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक को यह देखकर निराशा हुई कि भारत ने विश्व स्तरीय गेंदबाजी आक्रमण के साथ घरेलू परिस्थितियों में खेलने के बावजूद कानपुर टेस्ट के अंतिम दिन न्यूजीलैंड को आउट नहीं किया।
मैच के अंतिम दिन जीत के लिए 284 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, न्यूजीलैंड के 155 पर 9 विकेट गिर गए थे। भारत ने करीब 9 ओवर फिर फेंके, लेकिन आखिरी विकेट नहीं ले सके। अंत में खराब राैशनी के कारण मैच रोकना पड़ा, इसी के साथ मैच ड्रा पर समाप्त किया। इंजमाम ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि मेहमान टीम के पुछल्ले बल्लेबाज रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के खिलाफ दिन भर बल्लेबाजी करेंगे।
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इंजमाम ने कहा, "सुनिश्चित नहीं है कि हमें न्यूजीलैंड को श्रेय देना चाहिए या भारत को अशुभ कहना चाहिए। कल भी यह स्पष्ट था कि न्यूजीलैंड मैच नहीं जीत सकता क्योंकि वे 284 रनों का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते थे। मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड को इस पिच पर दिन भर बल्लेबाजी करने का श्रेय दिया जाना चाहिए। हालांकि, मैं अनुमान लगा रहा था कि पांचवें दिन पिच पर कुछ टूट-फूट होगी और रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल विरोधियों को खेलने का माैका नहीं देंगे क्योंकि गेंद स्पिन करेगी।"
इंजमाम ने आगे कहा कि भारत को सोमवार को दो सत्रों में मैच खत्म करना चाहिए था। उन्होंने कहा, "दूसरी ओर, यह भारत के लिए निराशाजनक है। मुझे नहीं लगता था कि न्यूजीलैंड इस भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ पांचवें दिन बल्लेबाजी कर पाएगा। भारत को उन्हें आउट करना चाहिए था। जडेजा ने अपने चार विकेट के लिए अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन मुझे उन सभी से बहुत अधिक उम्मीद थी। मैं वास्तव में मानता हूं कि मैच पहले दो सत्रों के भीतर समाप्त हो जाना चाहिए था।"