तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

ओवर-थ्रो विवाद पर पहली बार बोले अंपायर कुमार धर्मसेना, जानिए अपने उस फैसले पर क्या कहा

नई दिल्ली। विश्व कप 2019 के फाइनल मैच में ओवर थ्रो से इंग्लैंड को मिले 6 रन पर खूब विवाद उठा था। न्यूजीलैंड की हार का कारण भी इसे माना गया। इसके बाद क्रिकेट प्रशंसकों ने मैदानी अंपायर की खूब आलोचना की, लेकिन कुमार धर्मसेना ने कहा है कि विश्व कप फाइनल के आखिरी ओवर में ओवर थ्रो के बाद इंग्लैंड को पांच रन के बजाय छह रन देने का फैसला एक सामूहिक था और स्क्वायर लेग अंपायर मारैस इरास्मस के साथ सलाह करने के बाद ही यह फैसला लिया गया था। धर्मसेना ने इस गलती को स्वीकार किया लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें इस फैसले पर कभी पछतावा नहीं होगा।

स्वीकार की गलती

स्वीकार की गलती

धर्मसेना ने कहा, "लोगों के लिए टीवी रिप्ले देखने के बाद टिप्पणी करना आसान है। अब टीवी रीप्ले देखने के बाद मैं स्वीकार करता हूं कि फैसला करने में गलती हुई। लेकिन मैदान पर टीवी रीप्ले देखने की सहूलियत नहीं थी और मुझे अपने फैसले पर कभी मलाल नहीं होगा। साथ ही आईसीसी ने उस समय किए फैसले के लिए मेरी सराहना की है।" आईसीसी के नियम 19.8 के अनुसार यदि ओवर थ्रो के बाद गेंद बाउंड्री के पार जाती है, तो पेनाल्टी के रन में बल्लेबाजों द्वारा पूरे किए गए रन भी जुड़ते हैं। यदि बल्लेबाज रन के लिए लिए दौड़ रहे हैं, तब यह देखा जाता है कि फील्डर की गेंद थ्रो करने के समय दोनों बल्लेबाज क्रॉस हुए या नहीं। और इसी को देखकर कुल रन जोड़ टीम को दिए जाते हैं। इंग्लैंड को अंतिम तीन गेंदों पर जीत के लिए 9 रन की दरकार थी और ओवर थ्रो से मिले रन के बाद उसे दो गेंद में तीन रन चाहिए थे।

जम्मू कश्मीर में आर्मी ट्रेनिंग करेंगे एमएस धोनी, आर्मी चीफ ने दी मंजूरी!

नहीं ले सकते थे तीसरे अंपायर की सलाह

नहीं ले सकते थे तीसरे अंपायर की सलाह

इसके अलावा धर्मसेना ने यह भी बताया कि वो नियमों के अनुसार इस घटना को लेकर तीसरे अंपायर की सलाह नहीं ले सकते थे। धर्मसेना ने कहा, ''नियमों में इस मुद्दे को तीसरे अंपायर के पास भेजने का कोई प्रावधान नहीं था क्योंकि कोई आउट नहीं हुआ था।' धर्मसेना ने कहा, 'इसलिए मैंने लेग अंपायर से सलाह ली, जिसे सभी अन्य अंपायरों और मैच रैफरी ने सुना। और वे टीवी रीप्ले नहीं देख सकते थे, उन सभी ने पुष्टि की कि बल्लेबाजों ने रन पूरा कर लिया है। इसके बाद मैंने अपना फैसला किया।''

इंग्लैंड को 5 रन मिलने चाहिए थे

इंग्लैंड को 5 रन मिलने चाहिए थे

बता दें कि फाइनल के 50वें ओवर की चौथी बॉल पर जब न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने थ्रो फेंका था, तब इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन स्टोक्स और आदिल रशीद एक रन पूरा कर चुके थे। हालांकि, जब थ्रो फेंका गया, तब बल्लेबाज दूसरे रन के लिए एक-दूसरे को क्रॉस नहीं कर पाए थे। थ्रो पहुंचने से पहले स्टोक्स क्रीज में पहुंच चुके थे लेकिन तभी गेंद उनके बल्ले से लगकर बाउंड्री तक चली गई थी। धर्मसेना ने इंग्लैंड को 6 रन दे दिए। इसके बाद इंग्लैंड मैच टाई करने के बाद सुपरओवर में जाकर ज्यादा बाउंड्री लगाने के आधार पर जीत गया था।

मुख्य चयनकर्ता ने किया खुलासा, रायडू की जगह विश्व कप में मयंक को क्यों मिला था मौका

Story first published: Monday, July 22, 2019, 13:44 [IST]
Other articles published on Jul 22, 2019
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X