बेदी ने किया गंभीर पर पलटवार-
दरअसल गंभीर का आरोप है कि बेदी और चौहान ने दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य रहते हुए उनकी बात नहीं सुनी थी जिस वजह से नवदीप को दिल्ली की रणजी टीम में खेलने का मौका नहीं मिल सका था। अब बेदी ने इस बारे में अपनी बात रखी है। बेदी ने कहा है- 'मैं ट्विटर पर किसी कमेंट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। मुझे नहीं लगता कि मुझे खुद को साबित करने की जरूरत है। मैंने कभी भी नवदीप सैनी के बारे में कोई नेगेटिव बात नहीं की। साथ ही मेरा मानना है कि अगर कोई अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसका श्रेय उसको ही मिलना चाहिए ना की किसी टॉम, डिक या हैरी को।' ऐसा माना जाता है कि गंभीर के सपोर्ट के बूते ही नवदीप का करियर रफ्तार पकड़ पाया था। हालांकि बेदी ने पीटीआई से बात करने के दौरान गंभीर का नाम लेने से मना कर दिया है।
नवदीप सैनी के ड्रीम डेब्यू पर गंभीर ने लगाई बेदी और चेतन चौहान को लताड़, ये है पूरा मामला
बेदी- एमपी बनने के बाद भी गंभीर नहीं हुए 'गंभीर'
बेदी ने इसके साथ ही यह भी साफ किया कि उन्होंने नवदीप के दिल्ली की टीम पर खेलने की योग्यता पर कभी सार्वजनिक सवाल नहीं उठाए। बता दें कि नवदीप मुलतः हरियाणा से संबंध रखते हैं। बेदी ने खुद ही सवाल करते हुए कहा कि वे कौन होते हैं नवदीप को रोकने वाले? उन्होंने कहा- मैं DDCA में किसी पॉजीशन में नहीं था। मैं देखता हूं कि वह (गंभीर) संसद का सदस्य बनने के बाद भी शालीन नहीं हो पाए हैं।
अपनी बटालियन के साथ वॉलीबॉल खेलते नजर आए लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी, VIDEO वायरल
सैनी के बारे में क्या बोले बेदी
जबकि सैनी के बारे में बात करते हुए बेदी ने कहा- यह बच्चा जबरदस्त है। लेकिन मैंने उसको केवल टीवी पर देखा है। साथ ही अभी उसने भारत के लिए केवल एक ही मैच खेला है। इसलिए हमको अभी इंतजार करना होगा।' गौरतलब है कि सैनी ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच में 4 ओवर में केवल 17 रन दिए और 3 विकेट लिए। इसमें निकोलस पूरन और शिरमॉन हेटमायर के विकेट लगातार गेंदों पर आए थे। कम ही लोग यह बात जानते हैं कि नवदीप की क्रिकेट यात्रा गंभीर से मुलाकात के बाद ही शुरू हुई थी। एक बार गंभीर ने सैनी का 15 मिनट का नेट सेशन देखा था। उसके बाद से गंभीर सैनी के मुरीद हो गए और उनके सपोर्ट में आ गए।