नई दिल्लीः पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और कमेंटेटर इयान चैपल ने हाल ही में ईसीबी के नए 100-बॉल फॉर्मेट वाले खेल, 'द हंड्रेड' के बारे में बात की। यह लीग इस समय इंग्लैंड में चल रही है और पुरुषों के साथ-साथ महिला टीम भी अलग से लीग में हिस्सा ले रही हैं। यहां पर भारत महिला टीम की भी खिलाड़ी खेल रही हैं। चैपल ने कहा कि क्रिकेट का टी 20 प्रारूप क्रिकेट के मामले को ओलंपिक में ले जाने के लिए पर्याप्त था और 'द हंड्रेड' की वास्तव में आवश्यकता नहीं थी। नई लीग का उद्देश्य युवा पीढ़ी का ध्यान आकर्षित करना है।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा कि अगर द हंड्रेड का उद्देश्य ओलंपिक सपने को पूरा करने के लिए था, तो टी 20 प्रारूप ही सही था, और गेंद कम करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। बता दें कि क्रिकेट अभी तक ओलंपिक में नहीं आ पाया है।
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आगे अपने विचार देते हुए, चैपल ने कहा कि क्रिकेट खेल की लंबाई और कम कर दी जाती है, तो लोग परफॉरमेंस सेटिसफेक्शन को तवज्जों दिए बिना ही संख्या पर अधिक ध्यान देंगे। क्रिकेट के ओलंपिक में शामिल होने के विषय पर क्रिकेट बिरादरी के बीच लंबे समय से चर्चा हो रही है।
उन्होंने आगे निष्कर्ष निकाला, "क्रिकेट एक टीम गेम है जिसे आदर्श रूप से 11 सदस्यों द्वारा खेला जाता है। परफॉरमेंस सेटिसफेक्शन एक बड़ा कारण है कि युवाओं को खेल से प्यार हो जाता है। प्रशासकों को यह याद रखना अच्छा होगा। एक पारी की लंबाई जितनी कम होगी, उतनी ही अधिक संभावना होगी कि खिलाड़ी बस संख्याएं ही बनाते रहेंगे।"