चैपल ने बताया कौन सी 2 पारियां हैं ऑल टाइम ग्रेट
इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने ऐतिहासिक 281 रनों की पारी खेली थी, जिसे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने ऑल टाइम ग्रेट बताया है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया लगभग जीत ही गया था लेकिन राहुल द्रविड़ (180) और वीवीएस लक्ष्मण (281) ने भारत को न सिर्फ हार से बचाया बल्कि ऐतिहासिक जीत भी दिलाई।
चैपल ने क्रिकइंफो पर अपने कॉलम में लिखा, 'कोविड-19 महामारी के चलते किसी तरह का क्रिकेट नहीं हो रहा है। ऐसे में मैं खेल के उस हिस्से पर विचार कर सकता हूं जो मुझे काफी पसंद है: टॉप क्लास स्पिन बोलिंग के खिलाफ बल्लेबाज द्वारा अपने कदमों का इस्तेमाल करना। दो पारियां जो मेरे दिमाग में आती हैं, एक भारत के वीवीएस लक्ष्मण की और दूसरी ऑस्ट्रेलिया के डग वॉल्टर्स की।'
लक्ष्मण बनाम वार्न के मुकाबले के मुरीद हुए चैपल
चैपल ने कहा कि इस मैच लक्ष्मण की पारी ने भारतीय क्रिकेट की दशा और दिशा बदलने का काम किया। उन्होंने जिस तरह से शेन वॉर्न के सामने बल्लेबाजी कि मैं तो उनकी कलाइयों का मुरीद हो गया। यह वाकई कमाल था।
चैपल ने लिखा, 'लक्ष्मण की शानदार 281 रन की पारी को मैं स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ खेली गई बेस्ट पारी कहूंगा। सीरीज से बाद मैंने शेन वॉर्न से पूछा था कि उन्हें क्या लगता है, उन्होंने कैसी बोलिंग की। मुझे नहीं लगता कि मैंने इतनी खराब गेंदबाजी की। इस पर मैंने कहा कि बिलुकल तुमने नहीं की।'
लक्ष्मण ने किया लाजवाब फुटवर्क का प्रदर्शन
चैपल ने वॉर्न से अपनी बातचीत के बारे में बताते हुए कहा कि अगर लक्ष्मण तीन कदम आगे निकलकर शेन वॉर्न की स्पिन के खिलाफ ऑन ड्राइव लगाए और अगली गेंद जो कि उसने थोड़ी ऊंची और छोटी फेंकी जिसे वह फिर पीछे जाकर कट कर दे तो इसे खराब गेंदबाजी नहीं बल्कि लाजवाब फुटवर्क कहेंगे।
उन्होंने कहा, 'लक्ष्मण ने 452 गेंद तक लगातार ऐसा किया। उन्होंने अपनी पारी में 44 चौके लगाए। इसमें लक्ष्मण की पारी की कामयाबी का राज छुपा है। उन्होंने गेंद को लगातार जमीन के साथ ही खेला।'
जब भारत के खिलाफ वॉल्टर्स ने एक ही सेशन में लगाया 3 बार शतक
ऑस्ट्रेलिया के वॉल्टर्स को याद करते हुए चैपल ने कहा, 'वॉल्टर्स ने एक सेशन में तीन बार सेंचुरी लगाई। इसका कोई पूरा रिकॉर्ड तो नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि सिर्फ सर डॉन ब्रैडमैन ने इससे ज्यादा बार ऐसा किया है।'
चैपल ने कहा, 'मैंने जितने खिलाड़ियों को देखा है उनमें वॉल्टर्स ऑफ स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सबसे शानदार बल्लेबाज थे। वह शानदार स्पिन गेंदबाजी के सामने सिर्फ टिके ही नहीं रहे बल्कि कई बार उन पर 21 भी साबित हुए। उन्होंने 1969 में मद्रास (अब चेन्नै) में चतुर ऑफ-स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना को जमकर खेला। इस दौरान उन्होंने 14 चौके और दो छक्के लगाए।