रंग में दिखे 'सर' रविंद्र जडेजा
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वार्मअप मैच में रविंद्र जडेजा का फॉर्म में वापस लौटना टीम इंडिया के लिए पहली और सबसे बड़ी खुशखबरी के तौर पर मिली। टीम इंडिया के 7 विकेट महज 22.3 ओवर में पवेलियन लौट चुके थे, इस विषम परिस्थिति में रविंद्र जडेजा रंग में दिखे और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 87 मिनट की बल्लेबाजी में 50 गेंदों पर ताबड़तोड़ 54 रन बनाए। उनकी इस पारी में 6 शानदार चौके और 2 छक्के शामिल थे। लोअर ऑर्डर में जडेजा के इस प्रदर्शन को कप्तान विराट कोहली की सराहना मिली और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि उन्हें इसका इनाम भी प्लेइंग-11 में जगह देकर दिया जा सकता है। ऐसी स्थिति में कुलदीप या चहल किसी एक खिलाड़ी का पत्ता कट सकता है। बांग्लादेश के खिलाफ जडेजा ने 9.3 ओवर की गेंदबाजी की और 1 विकेट झटके वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 ओवर की गेंदबाजी में 27 रन देकर 1 सफलता अर्जित की और सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए। बतौर ऑलराउंडर जडेजा सबसे बड़े विकल्प बन सकते हैं।
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टीम इंडिया को मिला 'संकटमोचक'
लोकसभा चुनाव 2019 में भले राहुल गांधी अपनी पार्टी को बड़ी जीत दिलवाने में नाकामयाब रहे हों लेकिन टीम इंडिया को नंबर-4 एक अनंत खोज का परिणाम मिलता दिख रहा है। टीम इंडिया के लिए भी एक राहुल मिल गए हैं और भारतीय टीम के संकट मोचक बन सकते हैं। नंबर-4 पर विजय शंकर फ्लॉप होते दिखे वहीं लोकेश राहुल ने भारतीय टीम के लिए नंबर-4 पर बल्लेबाजी की और 99 गेंदों पर 108 रनों की शानदार पारी खेली। विजय शंकर चोटिल हैं, केदार जाधव को विराट ने अनफिट बताया है ऐसी स्थिति में लोकेश राहुल इस जगह मजबूती से अपनी दावेदारी पेश करते नजर आए। सौरव गांगुली ने भी कमेंट्री के दौरान यह बात कही है कि विजय शंकर को टीम में जगह पाने के लिए बेहतर लाइन-लेंथ से गेंदबाजी के साथ रन भी बनाने होंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम के लिए ऐन वक्त पर फॉर्म में लौटे राहुल 'संकटमोचक' बन पाएंगे।
कूल धोनी की आक्रामक पारी
महेंद्र सिंह धोनी, क्रिकेट जगत का एक ऐसा नाम हैं जो बढ़ती उम्र के साथ पुरानी शराब की तरह और मजेदार होते जा रहे हैं। जीवन के 38वें बसंत में प्रवेश कर चुके धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर यह संदेश दे दिया है कि यह उनका आखिरी विश्व कप है। आईपीएल में जहां वो तनाव में दिख रहे थे वहीं वर्ल्ड कप के वार्मअप में ही वो काफी कूल दिखे और अपने कैप्टन कूल टैग को परिभाषित करते दिखे। माही ने लंबे अंतराल बाद इस तरह की तूफानी पारी खेली और 78 गेंदों में 113 रन ठोक दिए। क्रिकेट पंडितों की मानें तो टीम इंडिया की विश्व कप जीत में धोनी की भूमिका बाकी सभी खिलाड़ियों से अहम होगी और उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए हैं। टीम इंडिया के लिए 'विराट के कैप्टन' और सुरेश रैना के शब्दों में 'कैप्टन ऑफ ऑल द कैप्टन्स' का 24 साल के खिलाड़ी की तरह बल्लेबाजी करना हर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक के दिल में फिर से विश्व चैंपियन बनने की ललक जरूर पैदा कर गया होगा।
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