जडेजा की 'मजबूत दावेदारी'
रविंद्र जडेजा को ODI में डेब्यू किए 10 साल हो गया है लेकिन अभी हाल में लंबे अंतराल बाद उन्होंने एकदिवसीय टीम में वापसी की है। टीम से अंदर-बाहर होने की वजह से वो आज भी एक सीनियर खिलाड़ी जैसे नहीं लगते लेकिन इंग्लैंड में वो भारतीय टीम के लिए कमाल कर सकते हैं इसकी बानगी उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में दी। जब टीम का टॉप और मिडिल ऑर्डर पवेलियन में आराम फरमा रहा था तब जडेजा ने स्विंग होती पिच पर लगभग 87 मिनट की बल्लेबाजी में 50 गेंदों पर ताबड़तोड़ 54 रन बनाए। उनकी इस पारी में 6 शानदार चौके और 2 छक्के शामिल थे। लंबे सम बाद टीम में वापसी को लेकर जडेजा काफी उत्साहित हैं और इस मौके को खोना नहीं चाहते हैं। जडेजा ने पहले मैच में यह साबित कर दिया कि भारतीय टीम के टॉप और मिडिल ऑर्डर के फ्लॉप होने की स्थिति में वो पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ कैसे तेज रन बना सकते हैं और क्यों उन्हें टीम में शामिल किया जाना चाहिए।
ओवल में दिखे 6 साल पुराने जडेजा
विराट कोहली ने टीम इंडिया के विश्व कप रवानगी से पहले "भारतीय खिलाड़ियों के पहले गेम से मैच रेडी" होने की बात कही थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ वार्मअप मैच में अगर विराट की इस बात को बहुत गंभीरता से लेता दिखा तो वो थे रविंद्र जडेजा। केदार जाधव के टीम में शामिल किए जाने के बाद जडेजा प्लेइंग-11 में मुश्किल से जगह बना पाते हैं लेकिन इंग्लैंड में उनकी न सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी भी देख ऐसा लग रहा था कि बाकी खिलाड़ी किसी और पिच पर खेल रहे हों और जडेजा किसी और पिच पर। साल 2013 की ICC चैंपियंस ट्रॉफी में जडेजा जहां अपना गेम छोड़कर गए थे ऐसा लग रहा था उन्होंने फिर वहीं से स्विच ऑन किया है। 6 साल पहले भारतीय टीम की ICC चैंपियंस ट्रॉफी की जीत में जडेजा की अहम भूमिका थी और उन्होंने 5 मैच में सबसे अधिक 12 विकेट झटके थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वार्मअप मैच में जडेजा सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए और उन्होंने 7 ओवर की गेंदबाजी में महज 3.85 की औसत से 27 रन दिए और 1 विकेट भी झटका।
टीम इंडिया के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका कर सकता है बड़ा 'उलटफेर', गवाह हैं ये 3 आंकड़े
किफायती गेंदबाज हैं जडेजा
विजय शंकर के चोटिल होने की वजह से लोकेश राहुल (जिन्हें बतौर बैकअप ओपन टीम में शामिल किया गया है) के पास भरपूर मौका था कि वो इस स्लॉट पर अपनी दावेदारी पेश कर सकें क्योंकि, जाधव की फिटनेस और विजय की चोट ने इस स्पॉट को खाली किया है लेकिन राहुल आईपीएल-2019 का फॉर्म मानो भारत में ही छोड़कर वापस इंग्लैंड गए हों। कुलदीप यादव की आईपीएल में पिटाई के बाद वो मानसिक तौर पर उतने मजबूत नहीं दिखे और लाइन-लेंथ से भटकते दिखे। इंग्लैंड की पिचों पर ओवरकास्ट कंडीशन में कलाई के गेंदबाज से अधिक प्रभावी रविंद्र जडेजा हो सकते हैं उन्होंने अपनी गेंदबाजी से इस बात का जौहर दिखाया। जडेजा इंग्लैंड की पिचों पर बल्लेबाज को रन चुराने नहीं देते और बतौर गेंदबाज वो हमेशा इस काम में सफल रहे हैं।
क्यों जडेजा हैं बेहतर विकल्प
जडेजा ने भारतीय टीम की ब्लू जर्सी में वापसी के बाद मानो यह तय कर लिया है कि वो प्लेइंग-11 में अपनी जगह बनाना जानते हैं। 25 ओवर से कम में जब भारतीय टीम के 7 विकेट पवेलियन लौट चुके थे तब जडेजा ने कुलदीप के साथ मिलकर न सिर्फ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बल्कि 9वें विकेट के लिए 62 रन जोड़े। एशिया कप में भी उन्होंने अपने इस स्किल का प्रदर्शन किया था। बतौर फील्डर जडेजा हमेशा भारतीय टीम के लिए वरदान साबित हो सकते हैं और अगर उनके तीनों स्किल मैच में चल पड़े तो उनका विकल्प शायद ही ढूंढना पड़े।
World Cup 2019 : सबसे अधिक चैलेंजिंग विश्वकप के लिए भी विराट के पास है जीत का मंत्र