नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच आईसीसी ने क्रिकेट को दोबारा शुरु करने के उद्देश्य से शुक्रवार को बोर्ड, खिलाड़ियों और स्टाफ को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की, जिसके अनुसार गेंदबाजों को बड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। आईसीसी के नये निर्देशों के अनुसार गेंदबाजों को सीमित ओवर्स प्रारूप की तुलना में टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिये कम से कम 3 महीने ज्यादा इंतजार करना होगा। आईसीसी ने इस नियम के पीछे गेंदबाजों को चोट से बचाने का तर्क दिया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के बीच कई देशों ने लॉकडाउन में ढील दी है।
आईसीसी के अनुसार टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों को तैयारी के लिये कम से कम 8 से 12 हफ्तों के समय की दरकार होगी, क्योंकि वापसी के दौरान उनके चोटिल होने की संभावना अधिक होती है। आईसीसी का मानना है कि लंबे समय बाद मैदान पर वापसी करने वाले गेंदबाजों के चोटिल होने का ज्यादा जोखिम रहेगा।
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बयान के अनुसार, 'खिलाड़ियों विशेषकर गेंदबाजों की सुरक्षित और प्रभावित वापसी जरूरी होगी। अगर उनकी (गेंदबाजों की) तैयारी का समय सीमित होगा तो इससे ज्यादा चोटें लगेंगी।'
वहीं सीमित ओवर्स प्रारूप में वापसी के लिये आईसीसी का मानना है कि गेंदबाजों को कम से कम 5-6 हफ्ते के समय की दरकार होगी। आईसीसी ने अपने दिशानिर्देशों में क्रिकेट टीमों को ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों के इस्तेमाल की सलाह दी है। साथ ही आईसीसी ने मैनेजमेंट को गेंदबाजों पर पड़ने वाले भर के प्रति सतर्क रहने को कहा है।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम को अगस्त में इंग्लैंड का दौरा करना है जहां पर उसे 3 टेस्ट और 3 टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है जिसका आयोजन बंद स्टेडियम में दर्शकों की गैर मौजूदगी में किया जायेगा। इसको लेकर इंग्लैंड के 18 गेंदबाजों ने गुरूवार से 7 कांउटी मैदानों में निजी ट्रेनिंग शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि इस महामारी के चलते अभी तक दुनिया भर में तीन लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अन्य खेलों की तरह क्रिकेट मार्च से ही स्थगित है।