बाउंड्री काउंट नियम को लेकर क्या है विवाद-
यह नियम कहता है कि ऐसी परिस्थितियों में मैच टाई होने के बाद जिस टीम ने सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाई है उसके विजेता घोषित कर दिया जाएगा। विश्व कप 2019 के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने 22 बाउंड्री लगाई थी जबकि न्यूजीलैंड 17 ही लगा पाई थी जिसके चलते इंग्लैंड के सिर पर विश्व विजेता होने का ताज सजाया गया। बाद में इस नियम की बुरी तरह से आलोचना हुई जिसके बाद अब आईसीसी ने इसको लेकर एक बड़ा फैसला कर लिया है। आईसीसी ने अब इस नियम को रद्द करने का फैसला लिया है जिसका मतलब यह होगा कि यह नियम आईसीसी के आने वाले इवेंट्स में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
अब सुपर ओवर में ही होगा फैसला-
सोमवार को आईसीसी की चीफ एक्जिक्यूटिव कमेटी (सीएसई) ने फैसला किया है कि आईसीसी इवेंट में सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जाता रहेगा। आईसीसी ने अपनी रिलीज में कहा, 'ग्रुप स्टेज में, अगर सुपर ओवर टाई हो जाता है तो मैच टाई माना जाएगा। सेमीफाइनल और फाइनल में सुपर ओवर होने की स्थिति में एक बदलाव किया गया है। इन मैचों में सुपर ओवर तब तक रिपीट किया जाता रहेगा जब तक कि एक टीम दूसरी टीम की तुलना में ज्यादा रन बनाने में कामयाब नहीं हो जाती।'
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रोहित शर्मा, ब्रेट ली ने भी की थी आलोचना-
बता दें कि विश्व कप फाइनल के बाद रोहित शर्मा, ब्रेट ली आदि जैसे कई दिग्गजों ने इस नियम की आलोचना की थी। ली ने जहां इस नियम को भयावह बताया था तो वहीं रोहित शर्मा ने कहा था कि क्रिकेट में कुछ नियमों का गंभीरता से आकलन किए जाने की जरूरत है। अब जबकि बाउंड्री काउंट नियम समाप्त हो गया है तो न्यूजीलैंड के लिए सहानुभूति का भी दौर फिर से चल पड़ा है। कहा जा रहा है कि पता नहीं न्यूजीलैंड यह पढ़कर कितना खुश होगा लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है।