नई दिल्ली। जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और सबसे दिग्गज गेंदबाज हीथ स्ट्रीक पर आईसीसी ने 8 साल का बैन लगा दिया है। इंडियन प्रीमियर लीग में 2 बार की चैम्पियन टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिये गेंदबाजी कोच की भूमिका निभा चुके हीथ स्ट्रीक पर आईसीसी के एंटी करप्शन कोड के तहत कई आरोप तय किये गये थे जिसमें से 5 नियमों का उल्लंघन करने का आरोप स्ट्रीक स्वीकार कर चुके हैं। आईसीसी ने इन 5 आरोपों के चलते ही उन पर 8 साल का बैन लगाया है। उल्लेखनीय है कि हीथ स्ट्रीक जिम्बाब्वे क्रिकेट इतिहास के सबसे अच्छे गेंदबाजों में से एक हैं।
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार जिम्बाब्वे के इस दिग्गज गेंदबाज पर लगे आरोप साल 2017-2018 के दौरान हुए मैचों को लेकर लगाये गये हैं जिनमें वह बतौर कोच टीम में शामिल किये गये थे। इन मैचों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा कई टी20 लीगों में भ्रष्टाचार करने और उसमें शामिल होने के लिये खिलाड़ियों को उकसाने के कई आरोप दर्ज हैं।
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गौरतलब है कि हीथ स्ट्रीक पर जिन टी20 लीग के मैचों में भ्रष्टाचार करने का आरोप है उसमें बांग्लादेश प्रीमियर लीग, अफगानिस्तान प्रीमियर लीग और दुनिया की सबसे मशहूर क्रिकेट लीग आईपीएल के मैच भी शामिल हैं। स्ट्रीक पर ऐसे लोगों के साथ संपर्क बनाने का भी आरोप लगा हुआ है जो कि उन टीमों के खिलाड़ियों के साथ भ्रष्टाचार करने के लिये संपर्क करते थे जिनके कोच के रूप में वह शामिल होते थे।
हालांकि हीथ स्ट्रीक ने शुरू में इन आरोपों को मानने से इंकार किया था और केस भी लड़े लेकिन अब जिम्बाब्वे के इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपने ऊपर लगे आरोपों में से 5 को स्वीकार कर लिया है जिसके बाद उन पर आईसीसी ने 5 साल का बैन लगा दिया है।
आपको बता दें कि हीथ स्ट्रीक ने आईपीएल के 2018 और 2019 सीजन के लिये केकेआर की टीम में बतौर गेंदबाजी कोच अपनी सेवायें दी थी। इससे पहले उन्हें साल 2016 में जिम्बाब्वे का भी हेड कोच बनाया गया था और 2019 विश्व कप के लिये क्वालिफाई कराने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन जब वो ऐसा करा पाने में नाकाम रहे तो जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें साल 2018 में ही इस्तीफा देने का कहा।