नई दिल्ली। दुनिया भर में तेजी से बढ़ती जा रही टी10 और टी20 लीगों पर मंगलवार को आईसीसी अपने बैठकों में लीग पर नकेल कसने पर बातचीत करेगी।आईसीसी के कई सदस्यों ने आईपीएल की सफलता और लोकप्रियता के मद्देनजर को देखते हुए अपनी अपनी टी20 लीगें शुरू कर दी। अफगानिस्तान ने अपनी टी20 लीग यूएई में कराने का फैसला किया है।लगातार बढ़ रहे टी20 और टी10 क्रिकेट को लेकर आईसीसी गंभीर है और इसके मद्देनजर अब सख्त नियम बनाए जा सकते हैं।
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ एलार्डिस ने स्वीकार किया कि इस तरह की लीगों का इजाफा क्रिकेट के लिए चिंतनीय हो सकता है।उन्होंने कहा ,'' हम बैठक में टूर्नामेंटों के नियमों और प्रतिबंधों और लीग के लिये खिलाड़ियों को छोड़ने जैसे मसलों पर बात करेंगे । इसके अलावा लीगों में मालिकाना ढांचा कैसा होगा और वित्तपोषण का स्रोत क्या होगा, जैसे मसलों पर भी बात की जायेगी ।''
टी20 लीगों को मान्यता मिलना अब कठिन:
अलार्डिस ने कहा कि टी20 लीगों को आईसीसी से मान्यता मिलना अब कठिन होगा ।उन्होंने कहा ,'' हर किसी के लिये हमारे दरवाजे खुले नहीं होंगे । भविष्य में मान्यता मिलना कठिन होगा और किसी भी टूर्नामेंट को घरेलू बोर्ड तथा आईसीसी दोनों से मान्यता लेनी होगी ।''पांच दिन तक चलने वाली बैठक में 2019 विश्व कप के बाद होने वाली पहली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के बारे में भी बात की जायेगी ।
पेप्सीको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूयी पहली बार बैठक में आईसीसी की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक के रूप में भाग लेगी ।भारत का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी करेंगे । यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते सीईओ राहुल जोहरी को अपना नाम वापस लेना पड़ा है ।