नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) क्रिकेट के अगले दशक में कई बदलावों की तैयारी कर रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने पहले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में 4 दिवसीय टेस्ट मैच कराने का प्रस्ताव रखा और अब 2023-31 सत्र में होने वाले टी20 विश्व कप टूर्नामेंट में टीमों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहा है। आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में 2020 का टी20 विश्व कप आयोजन कराना है जिसमें 16 टीमें भाग ले रही हैं। आईसीसी अगले सत्र के टी20 विश्व कप में इस संख्या को बढ़ाकर 20 करना चाहता है।
टेलिग्राफ.को.यूके में छपी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी ऐसा इसलिये करना चाहता है क्योंकि वह मानता है कि दुनिया भर में क्रिकेट को पहुंचाने और इसे लोकप्रि बनाने के लिये टी20 प्रारूप सबसे शानदार तरीका है।
और पढ़ें: IND vs NZ: न्यूजीलैंड दौरे पर रोहित शर्मा की वापसी से बढ़ गया विराट कोहली का सिरदर्द, जानें क्यों
आईसीसी चाहता है कि क्रिकेट भी उस मुकाम पर पहुंचे जिस मुकाम पर फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे खेल हैं। आईसीसी इन खेलों की बराबरी करने के प्रयास में इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2023-31 सत्र के लिये होने प्रस्तावित चर्चा के मुद्दों पर यह आईसीसी के कैलेंडर का अहम विषय है जिस पर अच्छी खासी चर्चा होनी है। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो 20 टीमों वाला पहला टी20 विश्व कप 2024 में खेला जायेगा।
आईसीसी ने वैश्विक मीडिया अधिकार बाजार में उतरने से पहले प्रत्येक वर्ष एक वैश्विक प्रतियोगिता के आयोजन का प्रस्ताव रखा है और विश्व कप में टीमों की अधिक संख्या से दर्शकों की संख्या में भी इजाफा होगा। बड़े टूर्नामेंट का मतलब है कि अमेरिका के इसमें प्रतिनिधित्व की संभावना बढ़ेगी।
और पढ़ें: BCCI Annual Awards में जसप्रीत बुमराह-पूनम यादव ने मचाई धूम, देखें किस-किस को मिला पुरस्कार
आईसीसी अमेरिका को बड़े बाजार के रूप में देखता है और यहां खेल को बढ़ावा देने के लिए उसने हाल में कई प्रयास किए हैं। कनाडा, जर्मनी, नेपाल और नाईजीरिया की टीम को भी इसमें खेलने का मौका मिल सकता है।