आखिर क्यों पाकिस्तान से बेहतर खेलते हैं भारतीय खिलाड़ी
शोएब अख्तर ने आगे बताया कि भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच में जो इतना बड़ा अंतर इसके पीछे दोनों देश के क्रिकेट बोर्ड का हाथ हैं।
शोएब अख्तर ने कहा कि भारत के अंडर-19 विश्व कप की टीम इतनी बेहतर इसलिये है क्योंकि वहां पर बीसीसीआई बड़े खिलाड़ियों की निगरानी में अपने टीम के भविष्य को देता है। यहां पर बड़े खिलाड़ियों से मोल-भाव होता है कि अगर नौकरी चाहिये तो इतने में आ जाइय़े।
शोएब अख्तर ने कहा,' बीसीसीआई ने अपनी अंडर-19 टीम की जिम्मेदारी राहुल द्रविड़ के हाथों में दी, अब बड़ा खिलाड़ी लाना है तो आपको पैसे भी बड़े देने होते हैं, उन्होंने दिये 5 करोड़ और उसने करके दिखाया। पाकिस्तान में मोहम्मद यूनिस गया पीसीबी से नौकरी मांगने तो यह लोग उससे मोल-भाव कर रहे हैं, कहते हैं 15 की जगह 13 लाख ले लो। उसने मना कर दिया और सही भी किया, जब आप बड़े खिलाड़ी को लाना चाहोगे तो पैसे तो बड़े देने ही होंगे।'
अगर ऐसा करती पीसीबी तो पाकिस्तान की इतनी बुरी हार नहीं होती
शोएब अख्तर ने कहा कि पहले तो आप अपने स्टार खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यव्हार करते हैं और फिर कहते हैं दुनिया यहां नहीं खेलने आती।
उन्होंने कहा,' अगर आज टीम की कोचिंग मोहम्मद यूसूफ, यूनिस खान या मेरे हाथ में होती तो क्या अंडर-19 टीम कभी ऐसा प्रदर्शन कर पाती। हम देखते कि कैसे यह खिलाड़ी फील्डिंग में इतनी गलतियां करते लेकिन नहीं सब खाना पूर्ति के लिये किया जा रहा है। कौन है पाकिस्तान का रावत अखार, कौन हैं फील्डिंग कोच हामिद, कोई नहीं जानता। आखिरी समय पर एजाज अहमद को ले आये और सोचते हैं कि अब करिश्मा करके दिखायेंगे।'
बांग्लादेश से भी गया गुजरा है पीसीबी
शोएब अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान की अंडर-19 टीम के साथ कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता है। बीसीसीआई तो छोड़िये हम बांग्लादेश से भी बदतर हो गये हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के कोच के खिलाड़ियों और उनकी फीस को देखिये। आप कहते हैं कि अपना सब कुछ छोड़ के 10 लाख में आ जाइये, ऐसा कैसे होगा।
उन्होंंने कहा कि बीसीसीआई के पास एक तयशुदा सिस्टम तैयार है, दुनिया अपने बोर्ड की जिम्मेदारी क्रिकेटर्स को दे रही है, भारत में सौरव गांगुल, साउथ अफ्रीका में ग्रीम स्मिथ, इंग्लैंड में एंड्रयू स्ट्रॉस और हमारे यहां न जाने कौन से मनी।