|
अगले मैच में उनका नंबर भी नहीं आया, भारत जीत गया
अगले मैच में उनका नंबर भी नहीं आया और भारत ने 10 विकेट से जीत हासिल कर ली। तीसरे मैच में पृथ्वी शॉ ने अकेले रन बना डाले मंजोत को स्ट्राइक भी नहीं मिली और केवल 9 रन बनाकर नाबाद रहे और अगले मैच में फिर से मंजोत की बैटिंग नहीं आई और भारत ने आसान सी जीत हासिल कर ली।
|
अंडर-19 के फाइनल में शतक लगाने वाले कालरा भारत के दूसरे बल्लेबाज
बांग्लादेश के खिलाफ क्वॉर्टरफाइनल में केवल 9 रन बना सके कालरा ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में 47 रन बनाए। बाएं हाथ के बल्लेबाज कालरा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में नाबाद शतकीय (101) पारी खेली। कालरा ने 102 गेंदों में 8 चौकों 3 छक्कों की मदद से 101 रनों की पारी खेली। अंडर-19 के फाइनल में शतक लगाने वाले कालरा भारत के दूसरे बल्लेबाज हैं।
|
बेटा खेल-खेल में खिलाड़ी बन गया
कालरा से पहले 2012 में उन्मुक्त चंद ने शतक लगाया था। अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में शामिल दिल्ली के इकलौते प्लेयर मनजोत कालरा के घरवालों की मानें तो उनका बेटा खेल-खेल में खिलाड़ी बन गया। मनजोत के माता-पिता चाहते थे कि उनका बेटा पढ़-लिखकर कोई मुकाम हासिल कर ले। लेकिन फाइनल में उन्होंने अपनी शानदार पारी से ऑस्ट्रेलिया को एकतरफा मुकाबले में मात दी।
|
उम्र को लेकर हुआ था विवाद
मनजोत को जब अंडर-19 टीम शामिल किया गया तो बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। आरोप लगे थे कि उनकी उम्र 19 से ज्यादा है और वह इस वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले सकते। बाद में आरोप गलत साबित हुए।