नई दिल्ली: लसिथ मलिंगा उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शुमार हैं जिन पर उम्र ने अपना असर तो छोड़ा हैं लेकिन वह उनसे उनकी क्लास नहीं छीन पाई है। यही कारण है कि यह 35 साल का तेज गेंदबाज अपनी गति में जबरदस्त गिरावट के बावजूद आज भी विश्व कप 2019 में श्रीलंका का सबसे बड़ा विकेट टेकर बना हुआ है। इसका कारण यह है कि मलिंगा ने अब तक अपनी विविधताएं बरकरार रखी हैं। वे आज भी बल्लेबाजों को चौंकाने का दम रखते हैं।
मलिंग कुछ समय पहले तक निश्चिंत नहीं थे कि उनको 50 ओवर का फार्मेट खेलना चाहिए या नहीं। वे टी-20 में श्रीलंका के लिए अगला विश्व कप जरूर खेलना चाहते थे। वह तब चाहते थे कि उनको 50 ओवर फार्मेट में घर में मैच खेलकर विदाई मिल जाए।
मलिंगा कहते हैं, 'हमको 2020 विश्व कप टी20 का क्वालिफाइंग राउंड खेलना है। हमारे लिए यह विश्व कप काफी अहम है। मैं इस विश्व कप में खेलने के लिए तैयार हूं। हालांकि मैं अभी अपने वनडे करियर को लेकर बिना बोर्ड से मुलाकात किए बिना कोई फैसला नहीं लूंगा।'
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विश्व कप में मलिंगा की दिग्गजता का सफर तब शुरू हुआ था जब उन्होंने 2007 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4 गेंदों पर 4 विकेट लेकर सनसनी मचा दी थी। तब उन्होंने शॉन पोलाक, जस्टिन कैंप, जैक कालिस और मखाया नतिनी के विकेट लिए थे। दक्षिण अफ्रीका भले ही यह मैच जीत गया था लेकिन मलिंगा का खौफ तब के बाद से बल्लेबाजों के मन-मस्तिष्क पर घर कर गया था।
इस विश्व कप में भी मलिंगा ने 6 मैच खेलकर 12 विकेट लिए हैं उनका औसत 25.8 का रहा है। मलिंगा हंसते हुए कहते हैं, 'अब मैं कुछ बूढ़ा हो गया हूं फिर भी खेल पर पकड़ बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता हूं। मेरे पास अब बल्लेबाजों को छकाने के लिए ज्यादा पॉवर नहीं बची है इसलिए मैं अपने गेम और परिस्थितियों पर नियंत्रण करने की कोशिश करता हूं। हमारे लिए सबसे पल वह रहा जब हमने इंग्लैंड के खिलाफ जीत दर्ज की और मुझे बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर जोस बटलर का विकेट मिल गया था, वह मेरे लिए विश्व कप का बेस्ट पल था।'
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जसप्रीत बुमराह को भी मलिंगा से मिलता-जुलता गेंदबाज माना जाता है। मलिंगा का कहना है कि वे बुमराह कि सफलता से चकित नहीं हैं। बुमराह के साथ मुंबई इंडियंस में मलिंगा साल 2013 से साथ हैं। वह कहते हैं, 'बुमराह में नई चीजें सीखने की काफी लगन है। वह चीजों को अच्छे से समझता भी है। जब आपमे ऐसी योग्यताएं होती हैं तो आप दुनिया में सबसे अच्छे बन सकते हैं। बुमराह की बहुत थोड़े समय में मिली सफलता बताती है कि वह इसके हकदार हैं।'
बुमराह, मलिंगा के शागिर्द भी रह चुके हैं। शनिवार को भारत और श्रीलंका का मुकाबला है। एक बात तो तय है कि यह गुरू-चेले की इस जोड़ी का आमने-सामने अंतिम ODI मैच होगा।