नई दिल्ली। पुरुष क्रिकेट की अपेक्षा महिला क्रिकेट को हमेशा ही दर्शकों की उपेक्षा झेलनी पड़ती है जिसके चलते अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल समेत कई बड़े देश महिला क्रिकेट को लेकर अलग टूर्नामेंट कराने से कतराते हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में आयोजित हुए महिला टी20 विश्व कप की अपार सफलता को देखने के बाद आईसीसी एक बड़ा निर्णय लेने पर मजबूर हो गया है।
21 फरवरी से 8 मार्च तक ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हुए महिला टी20 विश्व कप का जलवा ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर देखने को मिला जहां पर इस टूर्नामेंट से जुड़े वीडियोज को करीब 1.10 अरब लोगों ने देखा। इसी के साथ ही यह महिला क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट भी बन गया।
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इस टूर्नामेंट की अपार सफलता के बाद आईसीसी 2023-31 सेशन के लिये महिला क्रिकेट से जुड़े टूर्नामेंट के बॉडकास्ट राइटस के लिये अलग से नीलामी करने का ऑप्शन ढूंढ रही है। आईसीसी को भरोसा है कि महिला क्रिकेट के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उन्हें इसके ब्रॉडकास्ट अधिकार खरीदने वाला एक बोलीदाता मिल जायेगा।
आईसीसी बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'इसके बारे में विचार किया जा रहा है, हालांकि अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन इसमें संभावना है। महिला टी20 विश्व कप को जितनी बड़ी संख्या में लोगों ने देखा, उसे देखते हुए हमें इसे तलाशना चाहिए। 110 करोड़ वीडियो व्यू को देखते हुए यह पुरुष विश्व कप के बाद दूसरा सबसे ज्यादा सफल टूर्नामेंट रहा।'
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गौरतलब है कि भारतीय महिला क्रिकेट भी दर्शकों के बीच दिन प्रतिदिन लोकप्रिय हो रहा है जिसमें युवा खिलाड़ी शेफाली वर्मा के साथ स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिगेज जैसी खिलाड़ियों का भी योगदान रहा।