नई दिल्ली। हाल ही में इंग्लैंड में खत्म हुए आईसीसी महिला विश्वकप में भारतीय टीम के प्रदर्शन ने करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया। भारतीय महिला टीम की हर एक खिलाड़ी का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा। आज हम बात कर रहे हैं टूर्नामेंट के फाइनल की टॉप स्कोरर रहीं पूनम राउत की, राउत ने फाइनल में 86 रन बनाए थे। उन्होंने अंत तक भारत की उम्मीदों को जगाए रखा था। हालांकि भारत को 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज पूनम राउत जब केवल 12 साल की थीं तब उनके साथ एक बड़ी रोचक घटना हुई। वह न केवल मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के लड़कों के अंडर-14 समर कैंप ट्रायल में शामिल हुईं बल्कि कई लड़कों को पछाड़ते हुए उनका चयन भी हो गया।
पूनम राउत के कोच संजय गायतोंडे ने अंग्रेजी अखबार डीएनए को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वे पूनम के खेल से काफी प्रभावित थे। उन्होंने बताया कि "मैं उनकी (पूनम) प्रतिभा को परखना चाहता था और इसलिए मैंने उसे लड़कों के अंडर-14 समर कैंप ट्रायल में जाने के लिए कहा। वह वहां गई और कतार में खड़ी हो गई। जब उसकी बारी आई तो उसने चयनकर्ता अनिल मजूमदार को अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया।"
पूनम के कोच ने बताया कि वह बचपन में मौजूदा भारतीय पुरुष टीम के धाकड़ बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ प्रैक्टिस करती थीं। दरअसल दोनों मुंबई के बोरिवली इलाके में रहते थे। उन्होंने बताया कि पूनम अकेडमी में अकेली लड़की थी इसलिए उसे रोहित जैसे लड़कों के साथ प्रैक्टिस करवाता था।