हार्दिक को बताया कमाल का क्रिकेटर-
ऐसे में शंकर को गेंदबाजी के पर्याप्त अवसर मिलने का पूरा मौका है। भारतीय टीम में इस समय अगर शंकर की अगर किसी से प्रतिस्पर्धा हो रही है तो वह हार्दिक पांड्या ही हैं। शंकर ने हालांकि खुद इस तुलना को नकारते हैं और कहते हैं कि अंतिम 11 में जगह बनाने के लिए उनकी हार्दिक से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। शंकर ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मैं पांड्या के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा हूं, वह कमाल का क्रिकेटर है। हां, हम दोनों हरफनमौला खिलाड़ी है लेकिन एक-दूसरे से अलग है। हमें प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत क्यों पड़ेगी? अगर हम दोनों देश की जीत में भूमिका निभा सके तो यह शानदार होगा।'
ताकत नहीं टाइमिंग पर है शंकर का विश्वास-
इसके साथ ही शंकर ने यह भी कहा कि वे टीम की जरूरत के हिसाब से नंबर चार पर बैटिंग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। आपको बता दें कि शंकर और पांड्या दोनों को बड़े शॉट खेलने के लिए जाना जाता है लेकिन दोनों का छक्के मारने का तरीका एकदम अलग है। पांड्या जहां कैरेबियाई अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं तो वहीं शंकर का खेल टाइमिंग पर ज्यादा निर्भर करता है। शंकर ने इस पर बात करते हुए कहा, 'मुझे बड़े छक्के लगाना पसंद है लेकिन मैं ताकत से ज्यादा टाइमिंग पर ध्यान देता हूं क्योंकि ताकत का इस्तेमाल करते हुए मैं ज्यादा कामयाब नहीं होता हूं।'
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टीम के साथ इंग्लैंड रवाना हुए शंकर-
शंकर ने अपने आत्मविश्वास में न्यूजीलैंड दौरे को भी एक बड़ा फैक्टर बताया और कहा, 'न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला से मेरा अत्मविश्वास काफी बढ़ा क्योंकि मैंने टीम को जरूरत के समय मुश्किल परिस्थितियों में लगभग 40 रन बनाये थे। मुझे खुद पर भरोसा करने की जरूरत थी और अब टीम जैसा भी कहे मैं उसके लिए तैयार हूं।' आपको बता दें कि भारतीय टीम विश्व कप के लिए रवाना हो चुकी है और 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने से पहले भारत को दो वार्म-अप मैच खेलने हैं।