सबसे ज्यादा अंक होने के बावजूद तीसरे नंबर पर है भारत
भारत को अब तक सिर्फ एक ही टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है। सीरीज जीत के खाते में भारत के नाम अभी एक ही अंक सिर्फ इस वजह से लिखा है क्योंकि इंग्लैंड की सरजमीं पर खेली गई टेस्ट सीरीज पूरी नहीं हो सकी है। 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 2-1 से आगे जरूर है लेकिन सीरीज का आखिरी मैच अगले साल जुलाई में खेला जायेगा और तब जाके सीरीज पूरी मानी जायेगी। 3 जीत और 2 मैचों में ड्रॉ के साथ भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा 42 अंक हासिल किये हैं लेकिन इसके बावजूद उसका जीत प्रतिशत महज 58.33 प्रतिशत है, जिसके चलते वह विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका में तीसरे पायदान पर है। इस दौरान उसे स्लो ओवर रेट के चलते 2 अंक की पेनाल्टी का भी सामना करना पड़ा है।
टॉप पर काबिज है श्रीलंका-पाकिस्तान
वहीं श्रीलंका की टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी सरजमीं पर खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से जीत हासिल की है, जिसकी वजह से उसका जीत प्रतिशत 100 है और वो 24 अंक होने के बावजूद पहले पायदान पर काबिज है। श्रीलंका की टीम ने पहले टेस्ट मैच में 187 रनों से जीत हासिल की थी तो वहीं पर दूसरे मैच में 164 रनों से हराया था। वहीं पाकिस्तान की टीम अंकतालिका में दूसरे पायदान पर काबिज है। पाकिस्तान की टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी जहां पर उसे पहले मैच में एक विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि दूसरे मैच में उसने 109 रनों की जीत हासिल की थी, जिसके बाद अब वो बांग्लादेश के दौरे पर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची है। पाकिस्तान की टीम ने बांग्लादेश दौरे पर पहले मैच में 8 विकेट से जीत हासिल की थी, जबकि दूसरा टेस्ट मैच अभी जारी है, जिसमें पहले दो दिन का खेल बारिश के चलते धुल जाने के बाद जब तीसरे दिन सिर्फ 63.2 ओवर्स का ही खेल हो सका है। पाकिस्तान की टीम फिलहाल 24 अंक के साथ तीसरे पायदान पर है क्योंकि उसके मैच जीत का प्रतिशत 66.66 प्रतिशत है।
जानें कैसे काम कर रहा है WTC का प्वाइंटस टेबल
गौरतलब है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप 2021-2023 के साइकिल में अंकतालिका में प्वाइंटस के कैलकुलेशन में काफी बदलाव किया गया है, जहां पिछले साइकिल में हर सीरीज में 120 अंक दिये जाते थे, वहीं इस बार हर मैच में जीत हासिल करने पर 12 अंक दिये जाते हैं। वहीं मैच टाई होने की स्थिति में 6 अंक जबकि ड्रॉ होने पर 4 अंक दिये जाते हैं। इस दौरान टीमों के पायदान का निर्णय उनकी जीत प्रतिशत के आधार पर किया जा रहा है। वहीं अगर मैच के दौरान स्लो ओवर रेट के तहत कोई टीम दोषी पायी जाती है तो प्रति ओवर शॉर्ट रहने पर उसके एक अंक काट लिये जायेंगे।