विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत की हालत खराब
इतना ही नहीं भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा मैच भी अभी तय नहीं माना जा रहा चूंकि भारतीय टीम सख्त क्वारंटीन नियमों के चलते गाबा जाना नहीं चाह रही है जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम इसके आयोजन के स्थान को बदलना ही नहीं चाहती, ऐसे में यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि शायद भारतीय टीम सीरीज का चौथा मैच खेले बिना वापस भारत लौटे।
ऐसे में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारतीय टीम का फाइनल में पहुंच पाना लगभग नामुमकिन होता नजर आ रहा है। अगर भारतीय टीम सिडनी टेस्ट में हार जाती है और गाबा का मैच नहीं खेलती है तो वो विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में 405 अंकों के साथ खत्म करेगी। इतना ही नहीं भारत तीसरे पायदान पर भी खिसक जायेगा। भारतीय टीम का जीत प्रतिशत 67.5 पहुंच जायेगा जबकि कीवी टीम 70 प्रतिशत के साथ दूसरे पायदान पर काबिज हो जायेगी।
इंग्लैंड के खिलाफ एक भी हार करेगा फाइनल से बाहर
भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की सीरीज की मेजबानी करनी है, ऐसे में अगर भारतीय टीम इंग्लैंड की टीम को 4-0 से सीरीज में हराती है तो उसका जीत प्रतिशत 72.9 प्रतिशत पहुंच जायेगा, वहीं अगर सीरीज में उसे एक भी मैच में हार का सामना करना पड़ता है तो वह विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से बाहर हो जायेगी।
प्वाइंस सिस्टम में बदलाव से भारत को उठाना होगा नुकसान
गौरतलब है कि आईसीसी की ओर से प्वाइंटस सिस्टम में बदलाव करने की वजह से भारतीय टीम को यह नुकसान उठाना पड़ेगा और प्वाइंस टेबल में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने के बावजूद उसे फाइनल से बाहर होना पड़ेगा।
आपको बता दें कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारतीय टीम ही इकलौती टीम है जिसने पूरी 6 सीरीज खेली हैं, वहीं बाकी टीमों की बात करें तो पाकिस्तान ने लगभग 5.5 सीरीज खेलने का काम किया, न्यूजीलैंड की टीम 5 सीरीज खेल चुकी है और आखिरी सीरीज रद्द हो चुकी है, वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम सिर्फ 4 ही सीरीज खेलेगी। वहीं इंग्लैंड की टीम 5 सीरीज, साउथ अफ्रीका की टीम 4 सीरीज खेलेगी।