केएल राहुल के सामने आई चुनाैती
रोहित के बाैतर ओपनर उतरने से केएल राहुल की मुश्किलें बढ़ी हैं। रोहित के साथ मयंक अग्रवाल ने भी ओपनिंग करते हुए दोहरा शतक जड़ा है। ऐसे में अब से 27 साल के राहुल को टेस्ट में बताैर ओपनर वापसी करना मुश्किल हो जाएगा। राहुल बताैर ओपनर 54 पारियों में 36.83 की औसत से 1916 रन बना चुके हैं, जिसमें 5 शतक और 10 अर्धशतक भी शामिल हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से राहुल खराब दाैर से गुजर रहे हैं। उन्हें बाहर करते हुए टीम मैनेजमेंट ने रोहित से ओपनिंग करवाने का फैसला लिया। राहुल प्रतिभाशाली हैं लेकिन उन्हें अब फिर से टेस्ट टीम में जगह पाने के लिए रोहित के खराब प्रदर्शन का इंतजार करना होगा। वहीं मयंक भी ओपनिंग के लिए पूरी दावेदारी रख चुके हैं। उनकी नजरें मयंक पर भी बनी रहेंगी।
पृथ्वी शाॅ को करना होगा इंतजार
'हिटमैन' रोहित के आने से पहले पृथ्वी शाॅ को केएल राहुल या मुरली विजय की जगह टीम में शामिल होने का माैका मिलता था। शाॅ को जब पिछले साल अक्तूबर में विंडीज के खिलाफ डेब्यू करने का माैका मिला था तो उन्होंने शतक जमाया था। साफ होने लगा कि आगामी समय वो ओपनिंग का जिम्मा संभालते दिख सकेंगे, लेकिन अब रोहित के आने से शाॅ की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। रोहित की जगह लेने के लिए शाॅ को भी लंबे समय का इंतजार करना पड़ सकता है। शाॅ फिलहाल 2 टेस्ट मैच ही खेल सके हैं, पर इस दाैरान उन्होंने एक शतक के साथ एक अर्धशतक भी जमाया है। शाॅ की उम्र हालांकि अभी 19 साल है। ऐसे में अब उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का पक्के ताैर पर ओपनर बनने का सपना देरी से पूरा होने की संभावना है।
मुरली विजय के करियर पर आया खतरा
रोहित ने जैसे ही टेस्ट में ओपनिंग करके धमाल मचाया, उससे 35 साल के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की भी मुश्किल बढ़ गई है। पिछले 4 सालों से वैसे ही विजय का वनडे, टी20 करियर खत्म हो चुका है। अब उनका टेस्ट करियर भी खत्म होने की कगार पर आ चुका है। विजय ने पिछला टेस्ट दिसंबर 2018 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उन्होंने पिछले साल 8 मैच खेले जिसमें वह 282 रन ही बना सके। अब उनके लिए टीम में वापसी करना बेहद मुश्किल साबित हो सकता है। अगर उन्हें वापसी करनी है तो फिर घरेलू व काउंटी क्रिकेट धमाल मचाना होगा। साथ ही रोहित के साथ-साथ मयंक अग्रवाल के खराब प्रदर्शन का भी इंतजार करना पड़ेगा, जो फिलहाल असंभव नजर आ रहा है। विजय भारत के लिए बताैर ओपनर 100 पारियों में 39.19 की औसत से 3880 रन बना चुके हैं, जिसमें 12 शतक व 15 अर्धशतक भी हैं।
तो धवन का क्या होगा?
धवन के खेलने का अंदाज भी रोहित जैसा ही है। यह दोनों बल्लेबाज वनडे, टी20 फाॅर्मेट में मिलकर टीम को कई बार बड़ी शुरूआत दिला चुके हैं। लेकिन टेस्ट फाॅर्मेट में टीम मैनेजमेंट इनको एकसाथ उतारने के पक्ष में नहीं हो सकता। ओपनिंग के लिए कई खिलाड़ी लाइन में लगे हुए हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट धवन को टेस्ट में ओपनिंग ना करवाने का फैसला ले सकता है। ठीक वैसे जैसे स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को वनडे, टी20 से हटाकर टेस्ट के लिए ही रखा ताकि छोटे फाॅर्मेट में अन्य युवा खिलाड़ियों को उभरने का माैका मिले। खैर, अब देखना यह बाकी है कि टेस्ट में रोहित के साथ काैन दूसरा ओपनर लंबी रेस का घोड़ा बनता है। इसके लिए अब मयंक, राहुल, धवन और पृथ्वी शाॅ के बीच टक्कर देखने को मिलेगी।