नई दिल्ली: टेस्ट क्रिकेट को चार दिनों का करने की बातचीत के सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष के बीच इसमें कोई शक नहीं कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें इस समय टेस्ट क्रिकेट में दो ऐसी टीमें हैं जिनके मुकाबले लोग देखना चाहते हैं। ये दोनों टीमें इस समय लगातार जीत के साथ चर्चाओं में बनी हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में न्यूजीलैंड को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से धो दिया है और इसके साथ ही टिम पेन की यह टीम लगातार 5 टेस्ट जीतने वाली टीम बन गई है। ऑस्ट्रेलिया को अब भारत का दौरा करना है जहां पर टीम इंडिया के साथ तीन मैचों की वनडे सीरीज इसी महीने से शुरू हो रही है।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 2018-19 की गर्मियों में तब करारी हार का सामना किया था जब टीम इंडिया ने कोहली की अगुवाई में कंगारूओं को उनके ही घर पर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से पीट दिया था। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की ऐतिहासिक जीत थी। हालांकि तब वार्नर-स्मिथ मौजूद नहीं थे और ऑस्ट्रेलिया ने तब से लंबे समय बाद अपने खेल को अगले स्तर पर उभार लिया है। उनके युवा बल्लेबाज-गेंदबाज और वार्नर-स्मिथ बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
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टिम पेन ने इस सीरीज को खिलाड़ियों और फैंस के लिए मुंह में पानी ला देने वाली श्रंखला करार दिया है। पेन का पता है कि यह भारतीय टीम वह नहीं है जो अपने स्पिन गेंदबाजों पर ही निर्भर रहती है। बल्कि उनके पेसर अब उनके अच्छे हैं और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा को काफी पसंद किया जाएगा।
पेन ने कहा, "उन्होंने पिछले साल दिखाया कि उन्हें एक पेस बैटरी मिली है जो बिल्कुल उतनी ही अच्छी है जितनी की हमारी तेज गेंदबाजी। इसलिए यह मुकाबला देखने लायक होने जा रहा है।"
इस दौरान पेन ने बताया कि वार्नर-स्मिथ का टीम से बाहर होना एक तरह से नई प्रतिभा के उभारने का भी मौका साबित हो गया। मार्नस लाबुशाने का उदय उसी का प्रमाण है और ट्रेविस हेड का टेस्ट औसत भी 45 से ऊपर का है।