Ind Vs Aus: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बॉस निक हॉकले ने मीडिया में चल रही उन तमाम खबरों को सिरे से खारिज किया है जिसमे कहा गया है कि भारतीय टीम ब्रिस्बेन नहीं जाना चाहती है क्योंकि टीम को वहां एक बार फिर से सख्त क्वारेंटीन में जाना पड़ेगा। बता दें कि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की मीडिया ने यह रिपोर्ट किया था कि अगर क्वींसलैंड में सख्त क्वारेंटीन में रखा जाता है तो भारतीय खिलाड़ियों ने ब्रिस्बेन जाने से इनकार कर दिया है। लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ का कहना है कि क्वींसलैंड में क्वारेंटीन के नियमों के पालन में बीसीसीआई पूरी तरह से हमारा सहयोग कर रहा है।
सिडनी में मीडिया से बात करते हुए निक हॉकले ने कहा कि हम बीसीसीआई से हर रोज बात करते हैं। हमे बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक रूप से इस तरह का कोई अलग सुझाव नहीं मिला है। बीसीसीआई हमारी हर तरह से मदद कर रही है। दोनों ही टीम पहले से तय शेड्यूल के अनुसार खेलने के लिए तैयार हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और टीम इंडिया
के खिलाड़ी सोमवार को सिडनी के लिए रवाना हो चुके हैं। दोनों की टीम के सभी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ कोरोना निगेटिव पाए गए हैं।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाज नाथन लॉयन ने कहा कि दोनों ही टीम के खिलाड़ियों को शिकायत करनी बंद कर देना चाहिए कि कोविड-19 बबल की वजह से उनके साथ टॉर्चर किया जा रहा है। लॉयन ने कहा कि गाबा के इतर मैं किसी भी प्लान बी को लेकर नहीं सोच रहा, हमारी पूरी योजना 100 फीसदी ब्रिस्बेन के लिए है और हम अपने प्लान एक के साथ ही आगे बढ़ेंगे। हमे इससे इतर कुछ भी नहीं कहा गया है। लॉयन ने कहा कि दोनों ही टीम में ऐसे लोग हैं तकरीबन छह महीने से बबले में हैं, लेकिन मेरी नजर में यह बहुत ही छोटा सा बलिदान है। हमे इसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ना चाहिए, इसकी शिकायत करना बंद करना चाहिए।
बता दें कि चार टेस्ट मैचों की सीरीज में एक-एक मैच जीतकर दोनों ही टीम बराबरी पर हैं। ऐसे में 7 जनवरी से सिडनी में खेला जाने वाला तीसरा टेस्ट दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम है। दोनों ही टीमें इस मैच में जीत दर्ज करके सीरीज में बढ़त बनाना चाहेंगी। बहरहाल देखना होगा कि इतने वाद-विवाद के बाद दोनों ही टीम के खिलाड़ी किस तरह से मैदान के भीतर प्रदर्शन करते हैं।