Ind vs Aus: ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रही मौजूदा टेस्ट सीरीज में एक तरफ जहां दोनों टीमें जबरदस्त खेल का प्रदर्शन कर रही हैं तो दूसरी तरफ एक बार फिर से डीआरएस सिस्टम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इस बार भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने डीआरएस प्रणाली में बदलाव की मांग की है। सचिन ने इस बाबत ट्वीट करके आईसीसी से डीआरएस के बारे में फिर से विचार करके इसमे बदलाव की मांग की है। दरअसल सचिन का मानना है कि खिलाड़ी फील्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ इसलिए जाते हैं क्योंकि वह वह फील्ड अंपायर के फैसले से संतुष्ट नहीं है, ऐसे में अगर डीआरएस सिस्टम भी ऑन फील्ड अंपायर कॉल को ही मानेगा तो इसका क्या औचित्य रह गया।
कई बार ऐसा होता है कि जब खिलाड़ी ऑन फील्ड अंपायर के गलत फैसले का शिकार हो जाते हैं। खुद सचिन तेंदुलकर अपने करियर में दर्जनों बार गलत फैसले का शिकार हुए हैं। यही वजह है कि सचिन ने डीआरएस सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है। सचिन ने ट्वीट करके लिखा, खिलाड़ी ऑन फील्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ इसलिए जाते हैं क्योंकि वो अंपायर के फैसले से नाखुश होते हैं। लिहाजा डीआरएस सिस्टम को एक बार फिर से देखा जाना चाहिए, खासकर कि अंपायर्स कॉल के फैसले को।
दरअसल डीआरएस सिस्टम में अंपायर्स कॉल काफी अहम भूमिका निभाता है, ऑन फील्ड अंपायर के फैसले को ही सर्वमान्य मैाना जाता है। अगर किसी ऑन फील्ड अंपायर ने किसी बल्लेबाज को आउट दे दिया और डीआरएस में यह दिखता है कि गेंद स्टंप को काफी करीब से छूकर जा रही है तो अंतिम फैसले अंपायर्स कॉल का होता है और बल्लेबाज को आउट दिया जाता है। लेकिन अगर इसी फैसले को अंपायर ने नॉट आउट दिया है तो डीआरएस इसे नॉट आउट देता है। इसी तरह से अन्य फैसलों में भी अंपायर्स कॉल की भूमिका काफी अहम होती है, यही वजह है कि सचिन तेंदुलकर ने इस फैसले पर फिर से विचार किए जाने की मांग की है।
The reason players opt for a review is because they’re unhappy with the decision taken by the on-field umpire.
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) December 28, 2020
The DRS system needs to be thoroughly looked into by the @ICC, especially for the ‘Umpires Call’.#AUSvIND