काैन हैं ये खिलाड़ी
इस सीरीज में अंजिक्या रहाणे व चेतेश्वर पुजारा ही ऐसे दो खिलाड़ी हैं जो सभी मैच खेलने में सफल हुए हैं। हालांकि, भारत ने बगैर अनुभवी खिलाड़ियों के बिना भी कंगारूओं को टक्कर देने में सफलता पाई है। चाैथा मैच ब्रिस्बेन में जारी है, जहां तो पूरा गेंदबाजी क्रम नए खिलाड़ियों से जीत पाने की लड़ाई लड़ रहा है। इनमें सबसे अनुभवी टेस्ट गेंदबाज मोहम्मद सिराज ही हैं, जिन्होंने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में इसी सीरीज में डेब्यू किया था।
राहुल बिना मैच खेले बाहर
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण में चोट के कारण ईशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार पहले से ही दौरे से बाहर हो गए थे। इसके बाद मोहम्मद शमी ने एडिलेड में पहला टेस्ट खेलने के बाद अपना बैग पैक किया क्योंकि उन्हें फ्रैक्चर हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने एक और तेज गेंदबाज उमेश यादव को सीरीज से बाहर होते हुए देखा क्योंकि उन्होंने एमसीजी में दूसरी पारी में खेलते हुए चोट का सामना किया था। वहीं केएल राहुल बिना कोई टेस्ट खेले ही भारत वापस चला गए थे क्योंकि उन्हें इस महीने की शुरुआत में नेट्स में चोट लगी थी।
सैनी भी हुए अब चोटिल
ईशांत, उमेश और शमी तो बाहर हुए ही लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2018-19 में भारत की जीत के हीरो बनकर ऊभरे जसप्रीत बुमराह भी सीरीज से बाहर हो गए। वह तीसरे टेस्ट में पेट में खिंचाव के कारण घर लाैट आए थे। सिडनी टेस्ट भारत के लिए चोटों से भरा हुआ था क्योंकि उन्होंने अपने स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और मध्य क्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी को भी खो दिया था। अब ब्रिस्बेन टेस्ट में तेज गेंदबाज नवदीप सैनी भी चोटिल हो चुके हैं। ऐसेम में भारत केवल दो क्रिकेटरों के साथ बचा है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी चार टेस्ट मैचों में भाग लिया। इनमें से एक स्टैंड-इन कैप्टन अजिंक्य रहाणे हैं और दूसरे में भारत के बैटिंग मेन चेतेश्वर पुजारा हैं। बाकी सभी खिलाड़ियों को या तो सीरीज से बाहर कर दिया गया है या उनके खराब फॉर्म के कारण बाहर कर दिया गया है।