नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली द्विपक्षीय सीरीज का आगाज कल से सिडनी के मैदान पर होने वाला है लेकिन इस बीच भारतीय टीम का एक अहम सदस्य अब तक ऑस्ट्रेलिया में टीम के साथ नहीं जुड़ सका है। भारतीय टीम के थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु राघवेंद्र जो कि अभ्यास के दौरान टीम को बल्लेबाजी प्रैक्टिस कराते हैं वह अभी तक टीम से जुड़ नहीं सके हैं। दरअसल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रघु कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद देरी से पहुंचे थे और उन्हें सिडनी में अलग होटल में क्वारंटीन किया गया था। हालांकि इतना समय बीत जाने के बावजूद भी वह अब तक भारतीय टीम से जुड़ नहीं पाये हैं।
इनसाइड स्पोर्ट में छपी खबर के अनुसार थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु को दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के चलते फिर से क्वारंटीन कर दिया गया था, हालांकि बाद में पता चला कि रघु के कोरोना टेस्ट की दूसरी रिपोर्ट गलत थी, ऐसा होने के बाद नियम से उन्हें क्वारंटीन छोड़कर वापस टीम से जुड़ जाना चाहिये था लेकिन उनका क्वारंटीन खत्म नहीं किया गया और वह अभी भी क्वारंटीन हैं।
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ऑस्ट्रेलिया के दैनिक न्यूजपेपर द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द एज ने इस बारे में भारतीय टीम के मैनेजर मॉलिन पारिख से मैसेज के जरिये सवाल पूछा लेकिन उन्हें इसको लेकर कोई जवाब नहीं मिला है, वहीं रघु के मुद्दे पर न्यू साउथ वेल्स के हेल्थ विभाग के प्रवक्ता ने चुप्पी साधी हुई है।
गौरतलब है कि भारतीय टीम के थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट का खिलाड़ियों के साथ न जुड़ पाना बड़ा नुकसान है। रघु नेट प्रैक्टिस के दौरा सबसे ज्यादा स्पीड से गेंद फेंकते हैं जो कि 150 किमी प्रति घंटा या उससे ज्यादा तक जाती है, जिसके कारण भारतीय खिलाड़ियों तेज गेंदों का सामना करना इतना बड़ा मुद्दा नहीं रहा है। ऐसे में उनका प्रैक्टिस में न होना तैयारियों में थोड़ी कमी जरूर दर्शाता है।
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आपको बता दें कि रघु साल 2013 से भारतीय टीम के साथ जुड़े हुए हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी कामयाबी के पीछे रघु के अहम योगदान को हमेशा ही स्वीकार किया है।