पुजारा की सुस्ती पर ब्रायन लारा की उबासी-
पुजारा बेहद डिफेंसिव बल्लेबाज है जिनके सुस्त स्ट्राइक रेट ने बड़े-बड़े दिग्गजों को बोर किया है जिनमें वेस्टइंडीज के सर्वकालिक महान ब्रायन लारा का नाम भी शामिल है। असल में यह सब बातें आज इसलिए होती है क्योंकि पुजारा ने 2019 जनवरी से एक भी शतक नहीं लगाया है जिसका मतलब यह है कि उनका यह धीमा खेल भारतीय क्रिकेट की उस तरह से सेवा नहीं कर रहा है। दूसरी ओर पुजारा अपने धीमेपन का लुफ्त उठा रहे हैं लेकिन क्रिकेट फैंस का मानना है कि यह हरकत दूसरे बल्लेबाजों के ऊपर बेमतलब का दबाव डाल देती है।
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खुद का और भारत का फायदा करें पुजारा- लारा
पुजारा ने हाल ही में अपनी जो धीमी पारी खेली उसमें 206 गेंदों का सामना करते हुए 45 रन बनाए। भारतीय टीम के लिए यह रन उपयोगी साबित हुए क्योंकि अजिंक्य रहने ने उनके साथ बढ़िया साझेदारी की थी और फिर निचले क्रम पर मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने तेज बल्लेबाजी करके स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। भारत यह मुकाबला 151 रनों से जीता और फिर से पुजारा को मिली दीवार की संज्ञा मजबूत हो गई।
लेकिन इसका मतलब ये नहीं है पुजारा को लेकर चीजें शांत हो चुकी हैं क्योंकि वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा का कहना है कि पुजारा अगर अपना स्कोरिंग रेट बढ़ा दें तो भारत को ज्यादा फायदा होगा।
अगर मैं कोच होता तो.......
बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे ब्रायन चार्ल्स लारा ने स्टार स्पोर्ट्स के शो पर बात करते हुए बताया, "निश्चित तौर पर पुजारा एक बल्लेबाज के तौर पर मेरे लिए बहुत ही धैर्यवान खिलाड़ी हैं और बहुत धीमे स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। अगर मैं कोच होता तो पुजारा में सुधार करना जरूर चाहता। मैं कुछ इस तरह की कोशिश करता कि चेतेश्वर पुजारा कई ज्यादा शॉट लगा सके जो कि उनके और टीम के लिए फायदेमंद हो।"
लारा कहते हैं मुझे पता है, "चेतेश्वर पुजारा जो काम करते हैं मुझे वो पता है लेकिन मैं यह महसूस करता हूं कि जब आप इतनी धीमी बल्लेबाजी करते हैं तो आप की पारी में कई ऐसे मौके आते हैं जब आप गेंदबाजों को अपने ऊपर हावी होने का मौका देते हैं, चाहे आप शतक भी लगा दें।"
पुजारा ने प्लेइंग इलेवन में जगह पाकर फिर किया निराश-
इसी बीच कयास लगाए जा रहे थे कि शायद टीम प्रबंधन सूर्यकुमार यादव का मौका दे दे और भारतीय टेस्ट क्रिकेट में भी 360 डिग्री पर रनों की बौछार देखने के चांस बनें, लेकिन विराट कोहली और रवि शास्त्री की बदलाव के प्रति सख्त नीतियों के चलते एक बार फिर नए खिलाड़ी को इतनी आसानी से जगह नहीं मिल पाई और चेतेश्वर पुजारा अपनी जगह पर दीवार की तरह खड़े हैं। प्लेइंग इलेवन में वही टीम रखी गई है जो पिछले मुकाबले में लॉर्ड्स में खेली थी। भले ही बेंच पर सूर्यकुमार यादव के साथ में हनुमा विहारी भी अपने मौके को बनाने के लिए इंतजार कर रहे हो लेकिन टीम प्रबंधन चेतेश्वर पुजारा के साथ लंबे समय तक सवारी करना चाहता है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया है, जहां चेतेश्वर पुजारा 9 गेंदों पर 1 रन बनाकर जेम्स एंडरसन के सामने आउट हो गए। पुजारा के हित में केवल एक बात रही, इस पारी में उनके धीमेपन की चर्चा नहीं हो पाएगी।