नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया में शानदार जीत दर्ज करने के तुरंत बाद भारत को अपने घर में पहले ही टेस्ट में करारी हार का सामना करना पड़ा है। इंग्लैंड ने भारत को चेन्नई टेस्ट में 227 रनों से हराकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से अहम बढ़त हासिल कर ली है।
इंग्लैंड के पहली पारी के 578 रनों के जवाब में भारतीय टीम केवल 337 रनों पर आउट हो गई थी। हालांकि इंग्लैंड की टीम को दूसरी पारी में भारत ने 178 रनों पर समेट दिया था लेकिन तब तक इंग्लैंड की बढ़त काफी हो चुकी थी और भारत को जीत के लिए 420 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला था।
इस लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय पारी 192 रनों पर सिमट गई। भारतीय टीम को अंग्रेज स्पिनरों ने लगातार परेशान किया। पहली पारी में डॉम बेस को 4 विकेट मिले थे और दूसरी पारी में यह जैक लीच थे जिन्होंने निरंतरता के साथ गेंदबाजी में टीम इंडिया को बहुत परेशान किया। इस बार लीच का चार विकेट मिले।
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पांचवे दिन भारत का पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा के रूप में गिरा जिनको जैक लीच ने घूमती गेंद पर एज निकालकर आउट किया। इसके बाद जेम्स एंडरसन का शो था जिन्होंने मैच में तीन बड़े विकेट केवल अपने कौशल के दम पर हासिल किए।
एंडरसन ने एक ही ओवर में 50 रन बनाकर खेल रहे शुभमन गिल को बोल्ड कर दिया और फिर रहाणे को खाता भी नहीं खोलने दिया। यहीं से भारतीय पारी की समापन निश्चित दिखने लगा था। हालांकि पंत के रहते हुए अब चमत्कार की उम्मीद रहती है लेकिन एंडरसन ने उनको भी 11 रनों के स्कोर पर रूट के हाथों लपका दिया।
इसके बाद विराट कोहली को केवल पुच्छलों के साथ मिलकर जैसे औपचारिकताएं पूरी करनी थी लेकिन सुंदर को जाने की जल्दी थी। डॉम बेस ने सुंदर का खाता भी नहीं खुलने दिया। इसके बाद आर अश्विन ने 9 रनों पर जैक लीच के आगे सरेंडर कर दिया। इसके बाद बेन स्टोक्स ने मैच का बड़ा विकेट विराट कोहली के रूप में लिया। कोहली 72 रन बनाकर बोल्ड हुए।
तुरंत बाद ही, जैक लीच ने घूमती पिच पर शाहबाज नदींम को चलता कर दिया और इस तरह एक और भारतीय बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल पाया।
अंत में जोफ्रा आर्चर ने बुमराह से निजात पाकर इंग्लैड को उसके टेस्ट इतिहास की एक यादगार जीत दिला दी।