नई दिल्लीः चेन्नई की पिच पर इंग्लैंड अपने दो शानदार तेज गेंदबाज लेकर मैदान पर उतरा और दोनों ने ही काफी प्रभाव से गेंदबाज की। यह जेम्स एंडरसन की क्लास थी जिसने भारतीय बल्लेबाजों को पस्त कर दिया। पहली पारी में यह जोफ्रा आर्चर थे जिन्होंने कुछ शानदार स्पैल डालकर अपनी तूफानी गति से खूब आग उगली।
हालांकि चेन्नई की पिच पर ना तो एंडरसन के लिए मदद थी और ना ही आर्चर के लिए। सच तो यह है कि ये पिच शुरू के दो दिन स्पिनरों के प्रति भी बेवफा ही साबित हुई। रूट ने इन दो दिनों का फायदा बखूबी उठाया और यही निर्णायक साबित भी हुआ।
अब आर्चर ने चेन्नई में एमए चिदंबरम की पिच को उनके द्वारा देखी गई सबसे घटिया पिच करार दिया है। इस पिच पर इंग्लैंड को 227 रनों से जीत मिली है।
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आर्चर ने डेली मेल को लिखे अपने एक कॉलम में कहा है, "पांचवे दिन यह मेरे द्वारा देखी गई सबसे घटिया पिच थी। इसका रंग नारंगी था, गेंदबाजों के लिए कुछ खुरदरे पैच इसने छोड़ रखे थे। जब हम आखिरी दिन 9 विकेट की तलाश में उतरे तो मुझे उम्मीद थी की हम काम पूरा कर देंगे। हालांकि ये भारतीय खिलाड़ी अपने घर में हैं और उनके पास बेशुमार प्रतिष्ठा है, तो उनको किसी और की तुलना में ऐसी स्थिति में अपने को ढालना चाहिए था।"
पहले और दूसरे टेस्ट के बीच केवल 3 दिन का ही गैप है। आर्चर का कहना है कि वे फिर भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं, भले ही चेन्नई में गर्मी उनको काफी तंग करे।
आर्चर ने इंग्लैंड द्वारा अपनाई जाने वाली तेज गेंदबाजों की रोटेशन पॉलिसी पर भी चर्चा की। इसी पॉलिसी के चलते स्टुअर्ट ब्रॉड पिछले दो टेस्टों से बाहर बैठे हैं। आर्चर ने कहा, "दो टेस्टों के बीच केवल तीन दिन का गैप है, इसलिए हमने रोटेशन प्रणाली अपनाई है जो तेज गेंदबाजों के लिए है, लेकिन मैंने पहले भी लगातार टेस्ट मैच खेले हैं, भले ही यहां गर्मी काफी तंग करने वाली हो लेकिन मैं उसी प्रकार का प्रदर्शन फिर से करने को तैयार हूं।"
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 13 फरवरी को शुरू हो रहा है।