नई दिल्लीः इंग्लैंड की टीम ने चेन्नई के सुपर फ्लैट विकेट पर पहली पारी में 578 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया है। दूसरे दिन के पहले सेशन में उनकी पारी सिमट गई और अब भारतीय बल्लेबाजों की बारी है कि वे इस पिच पर क्या करते हैं। भारत ने भी खूंटा गाड़ा और पिच ने मिजाज नहीं बदला तो मैच ड्रा की ओर बढ़ना तय है।
इंग्लैंड ने तीसरे दिन बैटिंग करते हुए डॉम बेस का ठोस डिफेंड दिखाया और जैक लीच भी किसी तरह विकेट बचाकर खेलते रहे। लेकिन आखिरकार जसप्रीत बुमराह को अपनी तीसरी सफलता हाथ लगी जब उन्होंने बेस को पगबाधा कर दिया। बेस ने 105 गेंदों पर 34 रन बनाए और इस दौरान उन्होंने सीधे बल्ले से बुमराह को ऐसे डिफेंड किया मानो वे भारतीय गेंदबाज के खिलाफ कई दिनों से नेट प्रैक्टिस पर मंज रहे थे। इस पिच पर बुमराह की गेंद लगभग सीधी जा रही हैं।
इसके बाद रवि अश्विन ने भी जेम्स एंडरसन को चलता कर दिया। अश्विन और बुमराह को तीन-तीन विकेट मिले जबकि नदीम व ईशांत को 2-2 विकेट मिले।
इससे पहले जो रूट के 218 रनों की बदौलत इंग्लैंड की टीम ने शुरू के दो दिनों तक पूरी तरह प्रभुत्व कायम रखा। उनका साथ डोमिनिक सिबली ने पहले दिन और बेन स्टोक्स ने दूसरे दिन दिया। सिबली ने 87 और स्टोक्स ने 118 गेंदों पर तेज 82 रन बनाए।
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इंग्लैंड के एकमात्र निराश बल्लेबाज डेनियल लॉरेंस रहे जो 0 के स्कोर पर ऐसी पाटा विकेट पर आउट होकर खुद को कोस रहे होंगे। हालंकि जोफ्रा आर्चर ने भी जीरो किया था लेकिन वे गेंदबाजी प्रमुखता से करते हैं।
भारतीय गेंदबाजी की अनुभवी तिकड़ी ने अपना दम इस पिच पर झौंक दिया लेकिन तेज गेंदबाज स्पिनरों से बेहतर करते दिखे। सुंदर पूरी तरह विफल गेंदबाज साबित हुए और शाहबाज नदीम भी कुछ नहीं कर पाए। अश्विन ने जरूर इंग्लिश बल्लेबाजों को बांधकर रखा और अपने कोटे से 50 से भी अधिक ओवर किए। लेकिन अपने घरेलू मैदान पर यह अश्विन का औसत प्रदर्शन रहा है।
इस दौरान ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह ने सबसे बेहतर इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की। ईशांत ने तो 2 रन प्रति ओवर से भी कम दिए।