वो करें तो राइट, हम करें तो लेट डाउन
उल्लेखनीय है कि 9 सितंबर को आये कोरोना रिजल्ट के दौरान भारतीय टीम के सहायक फिजियो योगेश परमार पॉजिटिव पाये गये थे जिसके बाद से पूरी टीम को होटल में बंद कर दिया गया और रात को खिलाड़ियों के टेस्ट नेगेटिव पाये जाने के बाद भी विराट सेना ने 2 से 3 दौर के टेस्ट कराने की बात कही। हालांकि अंत में मैच को खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए अंत में कैंसिल करना पड़ा।
भारतीय टीम के इस फैसले पर इंग्लिश मीडिया ने विराट सेना की कड़ी आलोचना की है और लिखा है कि भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लिश क्रिकेट को निराश किया है। इसके जवाब में भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने जवाब देते हुए पिछले साल के साउथ अफ्रीका दौरे की याद दिलाई जिसे ईसीबी ने कोरोना का खतरा बताते हुए रद्द कर दिया था। ईसीबी के इस कदम से सीएसए को भारी नुकसान हुआ था।
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वसीम जाफर ने दिया करारा जवाब
वसीम जाफर ने इसी दौरे को याद दिलाते हुए कहा कि इंग्लैंड की टीम ने उस वक्त अपने अधिकार में रहते हुए वो फैसला लिया था और भारत ने अभी अपने। अगर कुछ है तो भारत ने अपने वादे का सम्मान किया है और ओवल टेस्ट में पूरे कोचिंग स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी मैच को पूरा किया।'
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पीटरसन-वॉन ने भी लगाई फटकार
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी तंज कसते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा,'भारत ने इंग्लिश क्रिकेट को निराश किया, लेकिन इंग्लैंड ने भी तो साउथ अफ्रीका क्रिकेट को निराश किया था।' वहीं पर केविन पीटरसन ने भी इसी ट्वीट में आगे जोड़ते हुए लिखा कि इंग्लैंड ने कोविड के खतरे को देखते हुए साउथ अफ्रीका के दौरे को छोड़ दिया था जिससे सीएसए को भारी नुकसान हुआ, ऐसे में दूसरों पर उंगली उठाना बंद करें।