पुणेः इसमें कोई शक नहीं कि इंग्लैंड की टीम वनडे सीरीज में बहुत ही अलग दिख रही है। सीरीज के दोनों मैचों में उसके ओपनिंग बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजी की जबरदस्त कुटाई की है। यह इंग्लैंड का बेखौफ क्रिकेट ही है जिसके चलते भारत को दूसरे वनडे में ठीक-ठाक स्कोर दर्ज करने के बावजूद इतनी करारी हार मिली। अगर इंग्लैंड ने तीसरे वनडे में भी फीयरलेस ब्रॉड क्रिकेट खेलना जारी रखा और उनका दांव चल गया तो टीम इंडिया के सामने सीरीज गंवाने का खतरा मंडरा रहा है।
भारत ने पहला मुकाबला 66 रनों से जीता था लेकिन दूसरे मैच में इंग्लैंड ने 45 ओवर से भी पहले 337 रनों का टारगेट पूरा कर दिया और 6 विकेट से मात दी।
भारत के सामने साख बचाने की चुनौती है क्योंकि इंग्लैंड ने इससे पहले भारत में वनडे सीरीज 1984-85 में जीती थी जो कि 4-1 से इंग्लिश टीम के खाते में आई थी।
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मौजूदा सीरीज से पहले तक दोनों टीमों ने भारत में 9 वनडे सीरीज खेली है ( यहां हम द्विपक्षीय सीरीज की बात कर रहे हैं) और भारत ने 6 बार जीत हासिल की है जबकि इंग्लैंड को 1 ही सीरीज में जीत नसीब हुई और दो बार सीरीज ड्रा रही।
लेकिन इस बार ड्रा के कोई चांस नहीं हैं क्योंकि यह तीन ही मैचों की सीरीज है और इसको कोई तो जीतेगा ही। मौसम साफ है, मैच का नतीजा निकलेगा ही।
हालांकि इंग्लैंड की किस्मत इस मुकाबले में भी साथ है क्योंकि उसने टॉस जीतकर परिस्थितियों के अनुसार पहले बैटिंग चुनी है। इंग्लैंड को चेज करने में मास्टर माना जाता है और शाम को पड़ने वाली ओस भी अंग्रेजों की मदद करने जा रही है। ऐसे में या तो भारत आज अपनी सीरीज जीत लीड को 7 तक पहुंचा देगा या फिर इंग्लैंड को भारत में दूसरी वनडे सीरीज जीत नसीब होगी।
कप्तान कोहली का कहना है कि टीम पहले भी ऐसी स्थिति में फंस चुकी है जहां इंग्लैंड उन पर हावी रहा है, बात चाहे इसी दौरे पर टेस्ट सीरीज की हो या फिर टी20 सीरीज की दोनों बार शुरुआती स्तर पर इंग्लैंड हावी रहा था। ऐसे में यह टीम इंडिया के लिए फिर से बेस्ट देने का समय है।
भारत (प्लेइंग इलेवन): रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली (सी), केएल राहुल, ऋषभ पंत (डब्ल्यू), हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, शार्दुल ठाकुर, भुवनेश्वर कुमार, प्रसीद कृष्णा, टी नटराजन