तीन साल पहले खेला गया था आखिरी टेस्ट मैच
जुलाई 2017 में, भारतीय टेस्ट टीम के दरवाजे हार्दिक के लिए खोले गए। लेकिन टेस्ट क्रिकेट और अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में अपने अनोखे प्रदर्शन के कारण उन्हें लगातार टीम से बाहर किया जा रहा है। उनका आखिरी टेस्ट मैच 30 अगस्त से 3 सितंबर के बीच इंग्लैंड (England) के खिलाफ था। साउथेम्प्टन के द रोज बाउल स्टेडियम में होने वाला यह मैच हार्दिक के साथ अच्छा नहीं रहा। उन्होंने इस मैच की दोनों पारियों में 4 रन बनाए थे। गेंदबाजी में भी उन्होंने केवल 1 विकेट लिया था। उसके बाद से उन्हें भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर किया शानदार प्रदर्शन
हार्दिक ने हाल ही में एकदिवसीय और टी 20 श्रृंखला में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 105 की औसत से अधिकतम 210 रन बनाए थे। इस बीच उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 92 रन रहा। हार्दिक ने चोट के कारण वनडे और टी 20 श्रृंखला में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की। इसी वजह से वह चल रहे सैयद मुश्ताक अली टी 20 ट्रॉफी से हट गए। ताकि उसके पास चोट से उबरने और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज की तैयारी के लिए पर्याप्त समय हो।
टेस्ट क्रिकेट में मिले बहुत कम मौके
हार्दिक ने 26 जुलाई 2017 को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। वह मैच की पहली पारी में अर्धशतक बनाने में सफल रहे थे। लेकिन वह टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाए रखने में नाकाम रहे। इसके कारण, हार्दिक ने अब तक केवल 11 टेस्ट खेले हैं। इस बीच उन्होंने एक शतक की मदद से 532 रन बनाए हैं। उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 17 विकेट लिए हैं। इसके अलावा, हार्दिक ने 1167 रन बनाए और 57 एकदिवसीय मैचों में 55 विकेट लिए। उन्होंने 43 टी 20 मैचों में 388 रन देकर 38 विकेट लिए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद, यह भारतीय टीम प्रबंधन के लिए एक बड़ा सिरदर्द होगा। यानी अंतिम 11 टीम में किसे मौका दिया जाना चाहिए। क्योंकि एक तरफ विराट कोहली, हार्दिक पांड्या, ईशांत शर्मा टेस्ट टीम में वापसी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ युवा क्रिकेटरों ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सभी को प्रभावित किया है। फिर भी, हार्दिक को एक ऑलराउंडर माना जा सकता है। वह इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के लिए अंतिम 11 टीम में रविंद्र जडेजा की जगह ले सकते थे।