नई दिल्लीः भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ जो गेंदबाजी की उसमें चेन्नई की पिच ने दुनिया की सबसे पाटा विकेट होने की झलक दिखाई। ईशांत शर्मा और बुमराह ने नई गेंद से दिन के पहले सेशन में कोई बाउंसर या शॉर्ट पिच बॉलिंग भी नहीं की। वे ज्यादातर गेंदों को आगे रखते रहे। हालांकि दोनों की गेंदबाजी पूरी पारी में शानदार रही लेकिन पिच हमेशा पाटा दिखा। एक भी तेज गेंदबाजी का स्पैल ऐसा नहीं था कि पिच में कुछ दम दिखाई दे।
लेकिन मामला तब पलट गया जब जोफ्रा आर्चर भारत की पहली पारी में नई गेंद लेकर आए। आर्चर ने तेज गति से नई गेंद का पूरा फायदा उठाते हुए भारतीय ओपनर्स के सामने ऐसे गेंदबाजी करी कि चेपॉक में गाबा में आशिंक झलकियां दिखने लगी। इंग्लैंड के 578 रनों के जवाब में भारत ने पहली पारी में लंच तक 2 विकेट के नुकसान पर 59 रन बना लिए हैं।
IND vs ENG: 578 रनों पर सिमटी इंग्लैंड की पारी, पाटा विकेट पर अब भारत की बारी
आर्चर की तेज शॉर्ट गेंदों ने भारतीय बल्लेबाजों के शरीर को भी चोट पहुंचाई। ऐसा लगा काश भारत से भी ऐसी गेंदबाजी देखने को मिलती। आर्चर की सबसे तेज इस दौरान 148 किलोमीटर प्रति घंटा थी। उन्होंने रोहित शर्मा को विकेट के पीछे कैच कराकर पहला विकेट दिलाया। रोहित की बैटिंग टेस्ट क्रिकेट में अभी तक राम भरोसे ही है। वे चल गए तो ठीक और जम गए तो भी पता नहीं कि कब आउट हो जाएं। हालांकि भारत में उनका रिकॉर्ड तूफानी है लेकिन फिलहाल इंग्लैंड ने उनको 6 रनों पर शांत बैठा दिया है।
रोहित के आउट होने के बाद शुभमन गिल ने पांच चौके लगाकर मजा बांध दिया लेकिन आर्चर अपनी लय नहीं छोड़ने वाले थे और उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी जारी रखी। शॉट लगे लेकिन आर्चर डटे रहे और युवा भारतीय सनसनी को 29 रनों पर जेम्स एंडरसन के हाथों कैच करा दिया। गिल के लिए राहत की बात यह रही कि वे शॉट खेलने का ही प्रयास करते हुए आउट हुए। उनकी मानसिकता सकारात्मक थी। उन्होंने केवल 28 गेंद खेली और उम्मीद है यह बेहतरीन नया सितारा इस सीरीज में चमकेगा।
पहले सेशन में आर्चर ने दिल जीत दिया। उन्होंने 5 ओवर में 25 रन दिए और 2 विकेट लिए। सच तो यही है कि इस पिच पर अब तक तेज गेंदबाजों ने स्पिनरों से ज्यादा प्रभावित किया है।