लंदनः भारत ने लॉर्ड्स क्रिकेट टेस्ट में शानदार जीत दर्ज करके पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही विराट कोहली काफी गर्व महसूस करने वाले कप्तान हैं क्योंकि यह मुकाबला दूर-दूर तक भारत की पकड़ में नहीं था और अंग्रेज खिलाड़ियों ने अपने भारतीय समकक्षों के साथ काफी छींटाकशी भी शुरू कर दी थी। कई बार ऐसा होता कि कोहली नॉन स्ट्राइकर पर होते और एंडरसन उनको कुछ-कुछ बड़बड़ा कर चले जाते जिसका जवाब भारतीय कप्तान देते लेकिन अंतिम जवाब मैच के परिणाम ने खुद दे दिया है।
विराट कोहली ने 151 रनों से जीत दर्ज करने के बाद कहा है कि वे अपनी टीम पर काफी गर्व महसूस करते हैं। जिस तरीके से खिलाड़ियों ने प्लान बनाया वे उसी पर डटे रहे। पिच ने शुरू के 3 दिन तक कुछ खास नहीं किया था। विराट कोहली कहते हैं, "पहला दिन काफी चुनौतीपूर्ण था और दूसरी पारी में भारत ने जिस तरीके से प्रदर्शन किया वह काबिले तारीफ है खासकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की बल्लेबाजी की जितनी बात की जाए उतनी कम है।"
कोहली कहते हैं, "हमें विश्वास था कि हम 60 ओवर में अंग्रेजों को समेट देंगे। मैदान पर कुछ तनाव हुआ जिसने हमें गेम को खत्म करने के लिए प्रेरित किया।"
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जब शमी और बुमराह पवेलियन लौटे तो भारतीय खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर खड़े होकर उनका स्वागत किया। इस दौरान विराट कोहली के भाव देखने लायक थे और वह कहते हैं कि वह कि बुमराह और शमी को टीम द्वारा ऐसा एहसास किया कराया जाना जरूरी था कि उन्होंने कितना खास काम किया है। दरअसल भारत के लिए ओवरसीज टूर पर निचले क्रम के खिलाड़ियों की बल्लेबाजी एक समस्या रही है जिस पर बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने काफी काम किया है और विराट कोहली मानते हैं कि इसका असर दिखना शुरू हो गया है और ऐसे रन बहुत ही कीमती होते हैं।
इस मैच का सबसे शानदार समय अंतिम दिन के वे लास्ट के 2 सेशन रहे जहां भारत ने इंग्लैंड को 120 रनों पर समेट दिया। मैच में अभी भी आधा घंटा बाकी था और मोहम्मद सिराज ने जिम्मी एंडरसन का ऑफ स्टंप उड़ा दिया और उसके बाद वे जिस जोश से स्टंप लेकर दौड़ें, वह यह बताने के लिए काफी था कि सिराज के अंदर इस मैच में हुई कुछ घटनाओं को लेकर कितना गुस्सा था। भारत ने लंच के कुछ बाद ही 8 विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाकर अपनी पारी को घोषित कर दिया था और इंग्लैंड को जीत के लिए 60 ओवर में 272 रन चाहिए थे। अंग्रेंज मैच को ड्रा भी नहीं करा सके।