नई दिल्लीः भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस समय अपने 200वें टेस्ट विकेट के लिए लाल गेंद हवा में तैरा रहे होते, अगर वे फिट होते और लगातार खेलते। ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट खेलने के बाद से शमी भारतीय टीम से बाहर हैं। वे इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों से बाहर भी हैं।
शमी की कलाई में फ्रैक्चर था और बताया जा रहा है कि वह तेजी से ठीक हो रहे हैं। शमी की स्थिति में सुधार ने उम्मीदें जगाई हैं कि तीसरे टेस्ट में शायद वे टीम में आ जाएं।
शुक्रवार को शमी ने एक वीडियो पोस्ट किया था। वे बेंगलुरु की नेशनल क्रिकेट अकादमी में नवदीप सैनी के साथ थे और गेंदबाजी कर रहे थे। सैनी को भी ग्रोइन में चोट लगी थी और वे भी सुधार कर रहे हैं।
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मामलों की जानकारी रखने वाले सूत्र ने पीटीआई से बताया है, "शमी का फॉरऑर्म अब ठीक है। वह अगले कुछ दिनों तक नेट में हल्के फुल्के सेशन करेंगे। उनको एक दिन में आधा जोर लगाकर 18 गेंदों को फेंकने के लिए कहा गया है।"
सूत्र ने आगे कहा क्योंकि शमी एक महीने से एक्शन से दूर हैं, इसलिए धीरे-धीरे वापसी की जाएगी।
सूत्र के अनुसार शमी छोटे रन अप से गेंदबाजी कर रहे हैं और बॉलिंग को धीरे-धीरे महसूस कर रहे हैं। अगले कुछ हफ्ते बता देंगे कि शमी को आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनाया जाए या नहीं।
पिंक बॉल टेस्ट में अभी कुछ समय बाकी है क्योंकि यह 24 फरवरी को होगा। ऐसे में शमी के लिए यह अच्छा मौका है कि वह तब तक पूरी रिकवरी कर पाएं।
सूत्र ने कहा, "उन्होंने गेंदबाजी शुरू कर दी है, इसका मतलब यह हुआ कि उनका फॉरऑर्म ठीक है। उनके शरीर में और किसी तरह की छोटी-मोटी समस्या भी नहीं है, ऐसे में अगले हफ्ते के अंत तक और भी साफ तस्वीर दिख जाएगी।"
भारत और इंग्लैंड के बीच अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए टीम 13 फरवरी से होगी।