अहमदाबादः इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में डे-नाइट टेस्ट के दौरान पिंक बॉल से जो प्रदर्शन किया उसको देखकर यह लगा ही नहीं कि मेहमानों को डॉम बेस की कमी खलनी चाहिए। रूट ने 6 ओवरों में 5 विकेट ले लिए और भारत को 145 रनों पर समेटने में अहम भूमिका अदा कर दी। अब इस पिच पर स्पिनरों का ऐसा जलवा देख पूर्व अंग्रेज दिग्गज क्रिकेटर डेविड लॉयड का कहना है कि वे भी ऐसे विकेट पर बॉलिंग करते तो विकेट ले लेते।
डेविड लॉयड ने तीसरे टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई पिच पर अपना गुस्सा जाहिर किया है और कहा है कि पिच उतनी ही खराब थी, जितनी दूसरे टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई थी। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से भी जवाब मांगा है, जिसमें पूछा गया है कि क्या यह टेस्ट मैच ऐसे खत्म होना चाहिए था। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें किसी से एक भी जवाब की उम्मीद नहीं है।
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डेली मेल के लिए लॉयड ने लिखा, "मैंने इस पिच को पहले दिन संदेह का लाभ दिया लेकिन, मुझे खेद है, यह पिछले की तरह ही बुरी थी। और आईसीसी से फिर से बड़ा सवाल पूछा जाना है। आप खेल को कैसे चाहते हैं? समय के साथ अच्छी तरह समाप्त होने वाले टेस्ट के बजाए यह मैच दो दिन भी नहीं चलता है? हमें दुबई से जवाब चाहिए, लेकिन मैं एक भी पाने की उम्मीद नहीं कर रहा हूं।"
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डेविड लॉयड ने पिच की अपनी तीखी आलोचना जारी रखी और यहां तक कहा कि जो रूट जैसा पार्ट-टाइमर गेंदबाज भी ऐसी सतह पर 5 विकेट झटक सकता था। लॉयड ने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि जब पार्ट-टाइमर विकेट लेते हैं, तो कुछ गलत हो रहा होता है। लॉयड ने यह भी कहा कि यहां तक उनको भी अहमदाबाद की पिच पर विकेट भी मिले।
इस जीत के बाद भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए अपनी उम्मीदों को जीवित रखता है। उन्हें केवल यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे चौथा टेस्ट नहीं हारें। अगर यह मैच ड्रा हुआ तो भी भारत का बेड़ा पार हो जाएगा। हालांकि पिचों को देखते हुए ड्रा की उमीद कम है।