नई दिल्लीः भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पुणे में हुए दूसरे एकदिवसीय मैच में करारी हार मिली है। भारतीय तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा का कहना है कि उनकी टीम और बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी लेकिन दिन के अंत में आपको विपक्षी टीम को भी बेहतर खेल का क्रेडिट देना होगा। जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स ने क्रमशः 124 और 99 रनों की साझेदारी की जिसके चलते विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को 33 गेंद और 6 विकेट शेष रहते हुए मुकाबला 44 ओवर में ही हरा दिया और यह सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है।
इंग्लैंड ने 337 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक बार भी परेशानी नहीं जाहिर होने दी क्योंकि स्टॉक्स और बेयरस्टो ने दूसरे विकेट के लिए 175 रनों की साझेदारी की। बाएं हाथ के बल्लेबाज बेन स्टोक्स खासकर कुणाल पांड्या और कुलदीप यादव को जमकर पीट रहे थे। भारत के युवा एक्सप्रेस तेज गेंदबाज प्रसिद्ध ने पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस के बाद कहा है- "हमने अपनी योजनाओं को पूरा किया और हम देखते थे की चीजें किस तरह से जा रही हैं। हमने अपनी ओर से बेहतर किया लेकिन कुछ मौके आए जहां हम और भी बेहतर कर सकते थे। फिर भी जिस तरह से इंग्लैंड खेला और हमारे गेंदबाजों के ऊपर उन्होंने दबाव बनाया उसकी तो तारीफ करनी ही होगी।
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"हालांकि टीम में सुधार की गुंजाइश है। जैसा कि मैंने कहा हम थोड़ा और बेहतर गेंदबाजी भी कर सकते थे मैं इस बात से इंकार नहीं कर रहा हूं लेकिन साथ ही इंग्लैंड को भी उसके खेल का क्रेडिट दे रहा हूं।"
इसके बाद प्रसिद्ध कृष्णा ने पिछले दो एकदिवसीय मैचों में अपनी गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए कहा, "व्यक्तिगत तौर पर मुझे बेहतर शुरुआत करना पसंद है। मैं चाहूंगा मेरी स्टार्टिंग थोड़ी और बेहतर हो। मैं नई गेंद के साथ और सुधार करना चाहूंगा। मुझे लगता है मुझे इन चीजों पर काम करने की जरूरत है और मैं ऐसा करूंगा।"
इसके अलावा उन्होंने विकेट के बारे में बात करते हुए बताया कि यह बैटिंग के लिए उपयुक्त विकेट था जहां पर चारों तरफ रन बरस रहे थे और हमने 330 के करीब रन बनाए जिनको 44 ओवर में ही हासिल कर लिया गया। यही बताता है कि यह एक पाटा विकेट था।
इस मुकाबले में बेन स्टोक्स के आउट होने पर अंपायर के फैसलों की भी चर्चा हुई है। थर्ड अंपायर द्वारा लिए गए फैसले पर काफी लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। प्रसिद्ध कृष्णा ने इस पर बात करते हुए कहा कि फैसला लेना खिलाड़ियों का काम नहीं है और इसके लिए सही लोग बैठे हुए हैं जिन्होंने यह फैसला लिया था और हम कोई नहीं होते हैं कि उनके लिए निर्णय पर कमेंट करें।